बड़े स्पीड ब्रेकर बन रहे हादसों की वजह
कोंच,संवाद सहयोगी: लोगों को सुरक्षित यातायात के लिए प्रशासन ने अभी तक नगर में यातायात पुलिस की व्यवस
कोंच,संवाद सहयोगी: लोगों को सुरक्षित यातायात के लिए प्रशासन ने अभी तक नगर में यातायात पुलिस की व्यवस्था नहीं की है जबकि यहां के नागरिक वर्षों से यातायात नियंत्रित करने के लिए यातायात पुलिस जवानों की नियुक्ति किये जाने की मांग करते आ रहे हैं। यही कारण हैं कि यहां की सड़कों पर छोड़ रहे वाहन यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाकर नगर में जाम की स्थिति बनाये हुए हैं। साथ ही दुर्घटनाओं को जन्म दे रहे हैं। सड़क के दीवार रूपी स्पीड ब्रेकर हादसों को दावत दे रहे हैं।
सुरक्षित जीवन के लिए यातायात नियमों का पालन करना भी एक मुख्य कारण है। परंतु लोगों को यातायात के नियमों की जानकारी देना उनका पालन करवाना शासन प्रशासन की भी जिम्मेदारी है। सड़कों पर संकेतक बनाना, चौराहों खतरनाक मोड़ों पर गति की सीमा लिखवाना प्रशासन नैतिक दायित्व बनता है। लोगों तथा वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन करवाने के लिए शासन ने यातायात पुलिस का विभाग बना रखा है। परंतु इस नगर का दुर्भाग्य है कि लगभग एक लाख की आबादी के बाद भी यहां एक भी यातायात पुलिस का जवान भी नहीं रखा गया। फर्राटा भरते बाइक सवार नाबालिग बेतरतीब आटो चलाते बच्चे और जगह न होने पर भी घुस जाते। वे यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं जिससे आये दिन जाम भी लगता है। गैस किट लगाकर स्कूली बच्चों को ढो रहे कई वाहन ¨जदा बम की तरह सरपट दौड़ रहे हैं। हेलमेट लगाने पर कई बाइक सवार घायल होकर उपचार करा रहे हैं। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए नगरवासी लंबे समय से नगर में ट्रैफिक पुलिस की चौकी खोले जाने की मांग जिला प्रशासन से करते आये हैं। लेकिन वर्षों बाद भी उनकी जायज मांग पूरी नहीं हो पायी है।
बिना हेलमेट पर चालान
सिर पर हेलमेट लगाकर बाइक चलाने को सुरक्षित यातायात माना जाता है। परंतु देखा जा रहा है कि जो पुलिस वाहन चालकों का चालान बिना हेलमेट पर कर दिया करती है वह स्वयं हेलमेट नहीं लगाती। सर्किल के थानों में इस वर्ष बिना हेलमेट पर किये गये चालानों को अगर देखें तो कोंच पुलिस ने ही सर्वाधिक 35 चालान किये जबकि एट पुलिस ने 3, नदीगांव पुलिस ने 18, कैलिया पुलिस ने 12 लोगों के चालान किये हैं।
स्कूल वाहनों की नहीं होती चे¨कग
स्कूली वाहनों की चे¨कग की प्रगति पर अगर नजर डालें तो प्रगति के नाम पर स्थिति शून्य है। थाना कोंच, एट, कैलिया, नदीगांव में इस वर्ष एक भी चालान नहीं किया गया। जबकि अधिकतर वाहन गैस के घरेलू सिलेंडर से वाहन चला रहे हैं और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किये जा रहे हैं।
लाल, नीली बत्ती व हूटर की नहीं होती जांच
अक्सर कई वाहन हूटर का प्रयोग कर लोगों को चौंका दिया करते हैं। जिन्हें लाल, नीली बत्ती लगाने का अधिकार भी नहीं है वह बत्ती का प्रयोग करते घूम रहे हैं। परंतु इस वर्ष सर्किल के चारों थानों की पुलिस को चे¨कग के दौरान एक भी वाहन ऐसा नहीं मिला जो हूटर तथा बत्तियों का प्रयोग कर रहा है।