गांव-गांव बिक रहा मिलावटी डीजल, पेट्रोल
उरई, जागरण संवाददाता : पेट्रोल, डीजल के नाम पर कालाबाजारी, घटतौली और मिलावट का जो गोरखधंधा चल रहा है
उरई, जागरण संवाददाता : पेट्रोल, डीजल के नाम पर कालाबाजारी, घटतौली और मिलावट का जो गोरखधंधा चल रहा है उससे वाहनों की सेहत खराब हो रही तो ग्राहकों की जेब भी ढीली हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र में तो पान-परचून की दुकानों पर बिना अनुमति डीजल, पेट्रोल बेचा जा रहा है। मजबूरी में ग्रामीणों को इसकी खरीद करनी पड़ती है।
पेट्रोल, डीजल में मिलावट के नाम पर विभाग के साथ ही पेट्रोल पंप संचालक अपनी साफगोई का परिचय देते हैं। असल में छापा मारने की प्रक्रिया में कई अधिकारियों को शामिल करना पड़ता है जिसकी वजह से अधिकारी इसमें रुचि लेते नहीं और ग्राहकों को इतनी फुरसत नहीं कि वह इसकी शिकायत करें। कई गांवों के आसपास पेट्रोल पंप नहीं है जिसकी वजह से स्थानीय स्तर पर कुछ लोग पेट्रोल पंपों से ही पेट्रोल, डीजल लाकर उसमें मिट्टी का तेल मिलाकर खुलेआम बेचते हैं। इसको लेकर पंप से लाने के एवज में 15 से 20 रुपये प्रति लीटर तक अतिरिक्त वसूली की जाती है। यह मिलावटी पेट्रोल भी पूरा मिल जाए यह कोई तय नहीं। वैसे कुछ पेटी डीलरों की तैनाती की गई है, लेकिन इनकी भी दूरी अधिक है। सिरसा कलार, नदीगांव, कदौरा, डकोर क्षेत्र के तमाम गांवों में यह धंधा फलीभूत हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद विभाग की नजर इस ओर नहीं जा रही है। वैसे घटतौली तो कस्बों, शहरों के पेट्रोल पंपों पर भी आम है। कई बार लोग पेट्रोल पंप पर कर्मचारी से लड़ते-झगड़ते हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकलता। वहीं हर 15 दिन में हो रही मूल्य समीक्षा के बाद अक्सर देखने में आता है कि पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने पर मीटर में री¨डग फीड करने के नाम पर बंद हो जाते हैं वहीं दाम कम होने पर बिक्री बदस्तूर जारी रहती है। इंदिरा नगर निवासी विशाल का कहना है कि अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डलवाने से एवरेज में अंतर आता है जो जताता है कि मिलावट की जा रही है या फिर घटतौली हो रही है। उनका कहना है कि गाड़ी की सर्विस कराने पर मिस्त्री भी मिलावटी पेट्रोल, डीजल का संदेह जताते हैं। उन्होंने बताया कि नगर के एक पेट्रोल पंप पर जब पेट्रोल डलवाया तो एवरेज कम था जबकि कानपुर जाकर जब पेट्रोल डलवाया तो उससे अधिक दूरी तय हुई। पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल, डीजल की गुणवत्ता की जांच के लिए काफी समय से कोई छापा भी नहीं मारा गया। काफी समय पहले नगर के एक पेट्रोल पंप को बंद किया गया था हालांकि बाद में उसे क्लीनचिट दे दी गई।
जिम्मेदार बोले
पेट्रोल पंपों पर मिलावट कोई जानकारी नहीं है और न ही ऐसा कोई मामला सामने आया है। जिले में यह लगभग बंद है। घटतौली, कालाबाजारी को लेकर समय-समय पर जांच की जाती है। अगर कोई व्यक्ति शिकायत करेगा तो उसकी जांच कराई जाएगी।
अखिलेश कुमार
प्रभारी, जिला पूर्ति निरीक्षक