चूल्हे पर पकाया जा रहा मिड-डे-मील
उरई, जागरण संवाददाता : अभी तक जिले के तमाम परिषदीय स्कूलों में रसोई गैस का कनेक्शन नहीं हो पाया है ज
उरई, जागरण संवाददाता : अभी तक जिले के तमाम परिषदीय स्कूलों में रसोई गैस का कनेक्शन नहीं हो पाया है जिसके चलते भोजन चूल्हे पर पकाया जाता है। कंडों से निकलने वाले धुएं के कारण बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। धुआं लगने के कारण पढ़ाई में दिक्कत होती है फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस लापरवाही का खामियाजा बच्चे भुगत रहे हैं। शिक्षकों को भी परेशानी होती है। जिलाधिकारी भी बैठकों में निर्देश दे चुके हैं कि जिन स्कूलों में गैस कनेक्शन और बर्तन नहीं हैं उसकी व्यवस्था की जाये। इसके बावजूद शिथिलता दिखाई जा रही है।
जिले में 1244 प्राथमिक और 550 जूनियर विद्यालय संचालित हो रहे हैं। अब से तीन वर्ष पहले सभी स्कूलों में रसोई गैस का कनेक्शन लेने की व्यवस्था की गयी थी। ताकि भोजन बनाने में सहूलियत रहे। उस समय लगभग 1200 स्कूलों ने तत्परता दिखाते हुए कनेक्शन ले लिये लेकिन लगभग 600 स्कूलों को कनेक्शन नहीं मिल पाये। जिससे मिड डे मील पुरानी व्यवस्था के अनुसार लकड़ी कंडे पर बनता रहा। जिला प्रशासन ने इस पर जोर दिया कि गैस कनेक्शन हर हाल में लिये जायें जिसके चलते कुछ स्कूलों ने तो प्रयास किया लेकिन बड़ी संख्या में स्कूल शिथिलता दिखाते रहे। वही हालत अब भी बनी हुई है जबकि जिलाधिकारी राम गणेश ने पिछले महीने समीक्षा बैठक के दौरान इस विषय पर नाराजगी जताई थी। साथ ही निर्देश दिए थे कि गैस कनेक्शन जल्दी लिए जायें लेकिन आदेश पर अमल नहीं हुआ। अब भी तमाम स्कूलों में लकड़ी कंडे पर भेजन पकाया जाता है। धुएं के कारण नौनिहाल परेशान होते हैं लेकिन इसकी फिक्र किसी को नहीं है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वर्मा का कहना है कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गये हैं कि जिन स्कूलों में रसोई गैस का कनेक्शन नहीं उसकी व्यवस्था इसी माह में करा ली जाये। उन्होंने कहा कि मार्च के पहले सभी विद्यालयों में रसोई गैस के कनेक्शन हो जायेंगे।