हत्या का लगाया आरोप, किया बवाल
उरई, जागरण संवाददाता : जिला कारागार में शनिवार को विचाराधीन कैदी सत्यव्रत की मौत की सूचना पर जिला अस
उरई, जागरण संवाददाता : जिला कारागार में शनिवार को विचाराधीन कैदी सत्यव्रत की मौत की सूचना पर जिला अस्पताल आए परिजनों ने बवाल काटा और जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया। अस्पताल में बवाल की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को शांत कराया। इसके साथ ही उन्होंने मृतक का पोस्टमार्टम तीन चिकित्सकों के पैनल और वीडियोग्राफी के आदेश दिए। जिसके बाद परिजन शांत हुए। उधर, पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर बिसरा के लिए सुरक्षित कर लिया गया।
विदित हो कि शनिवार को जिला कारागार में विचाराधीन कैदी सत्यव्रत निवासी निवाड़ी जिला टीकमगढ़, मध्य प्रदेश की तबियत खराब होने के बाद उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसकी सूचना पर रविवार को यहां पहुंचे मृतक के भाई देवव्रत व मंयक दुबे ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने विपक्षियों से मिलकर उसके भाई को जहर देकर मारा डाला। इसके साथ ही इन लोगों ने पंचनामा भरते वक्त बवाल करना शुरू कर दिया। बवाल की सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट पीके सक्सेना ने मौके पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को समझाया और पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के पैनल से कराने व पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी के आदेश दिए। जिसके बाद पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उधर, सिटी मजिस्ट्रेट श्री सक्सेना के आदेश डा. अवनीश बनौदा, डा. एसके तिवारी व डा. विनय प्रकाश अग्रवाल की टीम ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया। डा. बनौदा ने बताया कि मौत का कारण स्पष्ट न होने की वजह से बिसरा को सुरक्षित कर जांच के लिए भेजा जा रहा है। जिसके बाद ही मौत का कारण साफ हो सकेगा।