कांशीराम कालोनी में पेयजल का संकट
कोंच, संवाद सहयोगी : प्रशासन ने कांशीराम आवासीय कालोनी में आवासों का आवंटन कर उसमें परिवारों को बसा
कोंच, संवाद सहयोगी : प्रशासन ने कांशीराम आवासीय कालोनी में आवासों का आवंटन कर उसमें परिवारों को बसा तो दिया लेकिन अभी तक वहां बिजली, पानी की व्यवस्था नहीं कर पाया है। जिससे वहां रह रहे लोग खासे परेशान हैं। वहां शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता है तो पानी के लिए हाहाकार मचा रहता है।
नगर पालिका की परती पर धनु तालाब के निकट बनी कांशीराम आवासीय कालोनी में लगभग पांच माह पूर्व प्रशासन ने 269 आवासों का आवंटन कर वहां परिवारों को बसाया था। उसके बाद अभी हाल ही में 179 लोगों को और आवास देकर बसा दिया। कुल मिलाकर वहां बने 756 आवासों में से 448 आवासों में परिवार निवास करने लगे लेकिन वहां अभी तक प्रशासन लोगों को न तो बिजली ही दिलवा सका और न ही पानी की व्यवस्था करवा सका। हालांकि कालोनी निर्माण के समय जल निगम द्वारा पेयजल टंकी का निर्माण कराया गया था लेकिन पेयजल टंकी मानक के विपरीत बनायी गयी उसकी ऊंचाई भी काफी कम है जिस कारण वह पानी की आपूर्ति वहां बने आवासों में नहीं कर सकती। दरअसल जल निगम ने जो पेयजल टंकी वहां बनायी है वह कांशीराम आवासीय कालोनी के लिए नहीं बल्कि वहां बने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के लिए बनायी है। लोग भ्रमित हैं कि पेयजल टंकी कांशीराम कालोनी को पानी की आपूर्ति के लिए है। वहीं बिजली की समस्या भी वहां भी भीषण समस्याओं में से एक है। हालांकि विभाग ने पोल लगाकर लाइनें अवश्य बिछा दी हैं लेकिन उसमें करंट नहीं दे पा रहा है। क्योंकि रास्ते में रेलवे लाइन आड़े आ रही है।
उधर विद्युत विभाग के एसडीओ नरेंद्र प्रकाश कहते हैं कि कांशीराम कालोनी में विद्युत आपूर्ति देने के लिए उन्होंने रेलवे विभाग से पटरी के नीचे से लाइन निकाले के लिए अनुमति मांगी है लेकिन अभी तक अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया है। इसके लिए रिमाइंडर भी भेजा जा चुका है। बहरहाल वहां रह रहे अधिकतर परिवार बिजली व पानी न होने के कारण पलायन कर रहे हैं।