भाजपाइयों ने घेरा कलेक्ट्रेट, नारेबाजी
उरई, जागरण संवाददाता : किसानों को फसलों के नुकसान का पूरा मुआवजा देने सहित पांच सूत्रीय मांगों को ले
उरई, जागरण संवाददाता : किसानों को फसलों के नुकसान का पूरा मुआवजा देने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में हंगामी प्रदर्शन कर जोरदार नारेबाजी की। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील नहीं है। जिसके चलते अन्नदाता खुद ही दाने दाने को मोहताज है। किसानों को दूसरी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। अधिकारियों की शिथिलता की वजह से बहुत किसान मुआवजे से वंचित हैं। एक सप्ताह में मांगे पूरी नहीं होती तो भाजपा कार्यकर्ता जेल भरो आंदोलन छेड़ देंगे।
सोमवार को भाजपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में तहसील गेट पर एकत्रित हुए। भाजपा के प्रदेश मंत्री समीर ¨सह के नेतृत्व में जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट की ओर कूच कर गये। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। अंबेडकर चौराहा, जिला परिषद होते हुए जुलूस कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरने के रुप में तब्दील हो गया। यहां भी जोशीले अंदाज में नारेबाजी की गयी। सुरक्षा के लिहाज से कलेक्ट्रेट में पुलिस बल पहले ही तैनात कर दिया गया था। सांसद भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि जिले मे अतिवृष्टि और ओला वृष्टि से किसान तबाह हो गये। उनके घरों में खाने को दाना भी नहीं बचा। अन्नदाता खुद दाने के मोहताज हो गया है। इसके बाद भी प्रदेश की सरकार किसानों की समस्याओं को नजर अंदाज कर रही है। जबकि ऐसे समय में किसानों को पूरी मदद देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भरपूर पैसा प्रदेश को दे रही है लेकिन सरकार किसानों के हित के लिए कोई काम नहीं कर रही है। पैसे का दुरूपयोग किया जा रहा है। इसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रदेश मंत्री समीर ¨सह ने कहा कि जिले के तमाम किसानों से फसल बीमा का पैसा काटा गया। बीमा कंपनियों और बैंकों की लापरवाही से बीमे का पैसा किसानों को नहीं मिल पाया इसके बाद भी बैंक अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इससे किसान अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुआवजे के रूप में जो पैसा किसानों को मिलना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है। इसमें अधिकारी और लेखपाल शिथिलता बरत रहे हैं। प्रदेश की सरकार कहती है कि किसानों की हर समस्या का निराकरण किया जायेगा लेकिन कब तक यह सरकार नहीं बता पा रही है। बेबस किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो गये हैं। अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष जगदीश तिवारी ने कहा कि किसानों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश सरकार को किसानों के सभी कर्जे माफ करने चाहिए और बिजली के बिलों का पैसा भी नहीं लेना चाहिए लेकिन इस तरफ सरकार का ध्यान नहीं गया। इससे साफ है कि किसानों की समस्याओं को नजर अंदाज किया जा रहा है। सरकार केवल अपनी पीठ खुद थपथपाने का काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि सभी किसानों को एक सप्ताह में घोषित मुआवजे का पैसा नहीं दिया गया तो जेल भरो आंदोलन शुरू किया जायेगा। बाद में राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन अतरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। इस मौके पर पूर्व विधायक संतराम ¨सह सेंगर, पूर्व जिलाध्यक्ष मूलचंद निरंजन, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र ¨सह जादौन, मूल चंद्र निरंजन, जिला महामंत्री नागेंद्र गुप्ता, मनोज राजपूत, डा. विनोद अहिरवार, डा. भाष्कर अवस्थी, उर्विजा दीक्षित, रामू निरंजन, शंभू दयाल, ब्रजभूषण राजपूत, पूजा ¨सह, हरेंद्र विक्रम, काशी प्रसाद वर्मा, माता प्रसाद वर्मा, तरुण तिवारी, लक्ष्मीकांत बजाज, हरिकिशोर गुप्ता, रेखा वर्मा व राजेंद्र पुर उपस्थित रहे ।