गूंजा किसानों की समस्याओं का मुद्दा
उरई, जागरण संवाददाता : खरीफ गोष्ठी में किसानों ने नहरों की सफाई सहित कई समस्याओं को उठाया। साथ ही यह
उरई, जागरण संवाददाता : खरीफ गोष्ठी में किसानों ने नहरों की सफाई सहित कई समस्याओं को उठाया। साथ ही यह भी बताया कि संबंधित विभागों के अधिकारी सुनवाई नहीं करते हैं जिससे समस्या का निस्तारण नहीं हो पाता है। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि समस्याओं का निराकरण शीघ्रता से किया जायेगा साथ ही अधिकारियों को भी चेतावनी दी कि किसान जो भी समस्याएं लेकर आयें उनको गंभीरता से लें। शिकायत का अवसर नहीं मिलना चाहिए।
मंगलवार को खरीफ गोष्ठी में जनपद के विभिन्न गांवो से आये किसानों ने समस्याओं का जिक्र जिलाधिकारी राम गणेश के समक्ष किया। भरसूड़ा के अर¨वद यादव ने कहा कि गांव में भूमि संरक्षण विभाग के माध्यम से काम कराये जाने हैं लेकिन अभी तक विभाग के अधिकारी गांव नहीं पहुंचे है। इस पर भूमि संरक्षण अधिकारी को तलब किया गया तो उन्होंने बताया कि बजट नहीं था। जल्दी ही बजट मिलने की संभावना है तभी काम कराया जायेगा। परौसा गांव के कुलदीप ¨सह ने गांव में पानी की समस्या रखी। उसने बताया कि बबीना से गांव तक पाइप लाइन बिछी हुई है। पंद्रह साल होने को हैं अब तक एक बूंद पानी पाइप लाइन में नहीं आया है। जिसके चलते गांव में पानी का भीषण संकट रहता है। दिनेश प्रताप ¨सह गौर ने कहा कि पंप कैनालों की हालत बेहद खराब हो चुकी है। अमरौड़ पंप कैनाल कई स्थानों पर टूट फूट गयी है। कई बार कहा गया कि पंप कैनाल की मरम्मत कराई जाये लेकिन आज तक सुनवाई नहीं हुई है। बोहदपुरा के प्रह्लाद ¨सह ने कहा कि ट्रांसफार्मर खराब हो और उसे बिजली विभाग में लेकर जाओ तो सुविधा शुल्क दिए बिना कोई काम नहीं सुना जाता है। चढ़ाने उतारने का पैसा भी किसान से लिया जाता है। किसानों को परेशान होना पड़ता है। समस्याएं सुनने के बाद जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि किसानों की समस्याओं का निराकरण जल्दी हो जाना चाहिए नहीं तो कार्रवाई की जायेगी। दोबारा शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।