बिजली की आंख मिचौली से परेशान बा¨शदे
कुठौंद, संवाद सूत्र : ईटो कस्बे में बिजली के आने जाने का कोई समय नहीं है। हर दस बीस मिनट में बिजली आ
कुठौंद, संवाद सूत्र : ईटो कस्बे में बिजली के आने जाने का कोई समय नहीं है। हर दस बीस मिनट में बिजली आती जाती है। इससे लोग परेशान हैं। कभी कभार थोड़ी देर बिजली टिकी भी तो लो वोल्टेज की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। बल्ब दिए की तरह टिमटिमाते हैं। जर्जर लाइनें भी खतरा बनी हुई हैं। रोज कहीं न कहीं पर तार टूटते है, जिससे आपूर्ति तो बाधित होती ही है, हादसे का खतरा भी बना रहता है। बस स्टैंड के पास तार बदलवाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं किया गया।
कस्बे में बिजली का संकट लगातार बना हुआ है। कब बिजली आयेगी कब जायेगी इसका पता किसी को नहीं रहता है। कभी दस मिनट को कभी बीस मिनट बिजली रहती है। कटौती के रोस्टर के क्रम के बाद यह हालत बनी हुई है। इस दिक्कत के चलते लोगों के इलेक्ट्रानिक उपकरण शो पीस बनकर रह गये हैं। कभी बिजली कुछ देर टिकी भी तो वोल्टेज इतना धीमा रहता है कि बल्ब दिये की तरह टिमटिमाते नजर आते हैं। इसके साथ ही जर्जर बिजली के तार समस्या बने हुए हैं। रोज तार टूटकर गिरते हैं जिससे बिजली की आपूर्ति बाधित होती है साथ ही दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। कस्बे में कहने को तो ट्रांसफार्मर हैं, लेकिन ट्रांसफार्मर काफी दिनों से फुंका पड़ा है। जिससे एक ही ट्रांसफार्मर से बिजली की आपूर्ति की जाती है जिससे वह लोड नहीं उठा पाता है। अक्सर ट्रांसफार्मर फुंक जाता है। बिजली विभाग के कर्मी व अधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं कि समस्या का निराकरण हो सके। सुनवाई न होने से लोग परेशान हैं। कमलेश कुमार गुप्ता, लवलेश प्रजापति, गिरधारी गोस्वामी, डा. बंगाली ने बताया कि बिजली की लाइने बदले जाने के लिए कई बार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिए गये लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिल सका। बस स्टैंड के पास बिजली के तार बहुत ही खराब स्थिति में हैं। इन लाइनों को बदलने के लिए बिजली विभाग से कहा गया था जिस पर अधिकारियों ने कहा था कि यहां की लाइन बदल दी जायेगी साथ ही ट्रांसफार्मर की क्षमता भी बढ़ा दी जायेगी इसके बाद आज तक वही हालत है।