मेडिकल कालेज को मान्यता मिलने की बढ़ी उम्मीद
उरई, जागरण संवाददाता : राजकीय मेडिकल कालेज में नये सत्र की मान्यता का गतिरोध खत्म होने की उम्मीद बलव
उरई, जागरण संवाददाता : राजकीय मेडिकल कालेज में नये सत्र की मान्यता का गतिरोध खत्म होने की उम्मीद बलवती हो गई है। मंगलवार को एमसीआई टीम ने यहां का निरीक्षण किया। तृतीय सत्र में मुख्य रूप से प्रायोगिक पाठ्यक्रम कराया जाता है। लिहाजा यहां फैकल्टी के मानक पूरे करना जरूरी हो जाता है। एमसीआई के प्रस्तावित दौरे को लेकर पहले से ही मेडिकल कालेज में सुविधाएं पूरी करने के लिए दिन रात एक कर दिया गया था।
राजकीय मेडिकल कालेज में तृतीय सत्र की मान्यता को लेकर अभी तक जो भी रिपोर्ट एमसीआई के समक्ष प्रस्तुत की गई, उसे खारिज कर दिया गया है। नया सत्र को शुरू होने को डेढ़ महीने का समय बचा है और अभी तक मान्यता को लेकर गतिरोध दूर नहीं हुआ है, मानकों की जो रिपोर्ट राजकीय मेडिकल कालेज प्रशासन द्वारा मान्यता के आग्रह पत्र के साथ भेजी है, वे मानक हकीकत में पूरे हैं भी कि नहीं इसका पता लगाने के लिए मंगलवार को एमसीआई की टीम के सदस्य डा. भरत जैन, डा. जेके दास व डा. मोहम्मद करीम ने यहां का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक विभाग में जाकर बारीकी से रजिस्टर तक चेक किए। इमरजेंसी, ओपीडी, एकेडमी में सुविधाओं पर पूरा ध्यान रहा। हालांकि चिकित्सा शिक्षकों की तैनाती के मानक पहले ही पूरे कर लिए गए थे, लेकिन एमसीआई यह पता लगाना चाहती है चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज में ज्वाइ¨नग की भी है कि नहीं। मंगलवार को टीम के आने प्रबल संभावनाओं को देखते हुए मेडिकल कालेज प्रशासन पूरी रात तैयारियों में जुटा रहा था, ताकि कोई कमी न दिख जाए जिससे की मान्यता में किसी तरह का अड़ंगा उत्पन्न हो सके। यहां तक कि उन्होंने किसी से बात भी नहीं की। कुछ ¨बदुओं पर उन्होंने कालेज के प्राचार्य से विस्तृत बात की।