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अन्ना छोड़ने से पशु होते हीट स्ट्रोक का शिकार

उरई, जागरण संवाददाता : गर्मियों में पशुओं को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए उन्हें छायादार स्थानों पर ब

By Edited By: Published: Wed, 01 Apr 2015 06:28 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2015 06:28 PM (IST)
अन्ना छोड़ने से पशु होते हीट स्ट्रोक का शिकार

उरई, जागरण संवाददाता : गर्मियों में पशुओं को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए उन्हें छायादार स्थानों पर बांधे। गर्मी अधिक हो तो पशुओं को ठंडे पानी से नहला दें। पशुओं को अन्ना कतई न छोड़ें। इससे पशु हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकते हैं। यह बात मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एसके शाक्य ने बुधवार को जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न प्रहर में प्रश्नकर्ताओं के सवालों का जबाब देते हुए कही।

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प्रश्न : पशुओं के स्वस्थ पाचन के लिए क्या करें? तेजराम प्रजापति गोरा भूपका

उत्तर : पशु पालक अपने पशुओं को नया चारा भरपेट न खिलाये। पुराना भूसा मिलाकर ही नया चारा दें। नया चारा पशुओं में गैस बनाता है। प्रयास करें कि पर्याप्त मात्रा में हरा चारा भी पशु को दिया जाये।

प्रश्न : पशुओं में दूध की मात्रा कम न हो इसके लिए क्या किया जाए? गनेश प्रसाद रामपुरा

उत्तर : दुधारू पशु को हर तीन महीने में पेट के कीड़े की दवा देनी चाहिए। प्रतिदिन 30 ग्राम तक मिनरल मिक्चर दें ताकि पशु के शरीर में खनिज तत्वों की मात्रा कम न होने पाये। पर्याप्त मात्रा में हरा चारा भी खिलाना चाहिए। इससे पशु का दूध कम नहीं होगा।

प्रश्न : थनैला बीमारी नियंत्रण के लिए क्या उपाय करने चाहिए? रामवीर उरई

उत्तर : दूध देने वाले पशु की दुहाई सुबह शाम दोनों वक्त समय से करें। दूध निकालने के तुरंत बाद पशु को बैठने न दें। पशु के थनो छिद्र खुले रहते हैं जिससे संक्रमण हो सकता है। इसके साथ ही दूध निकालने के बाद थन साफ पानी से धुल दें।

प्रश्न : मेरी भैंस तीन महीने बाद भी हीट नहीं हुई है। उसमें कोई कमी तो नहीं हो गयी है, मार्ग दर्शन करें? सोबरन सिंह कुठौंद

उत्तर : पशु को पहले पेट के कीड़े की दवा दें। मिनरल मिक्चर 30 ग्राम तक पशु को दें। कुछ दिन बाद ही भैस गर्म हो जायेगी। भैंस की निगरानी करना भी जरूरी है। जब वह पतला पानी जैसा पदार्थ छोड़ने लगे तो पता लग जायेगा कि भैंस गर्म है।

प्रश्न : गाय को पेट के कीड़े की दवा कब देनी चाहिए, कौन सी दवा दी जाये? राजकुमार झां कोंच

उत्तर : फेनवेंडाजोल पेट के कीड़े की दवा है। यह दवा पशु को गर्भावस्था के दौरान भी दी जा सकती है। इसका पशु पर कोई कुप्रभाव नहीं पड़ता है।

प्रश्न : पशुओं की नस्ल सुधार के लिए विभाग क्या कर रहा है? सुधर सिंह कदौरा

उत्तर : वैफ संस्था की तरफ से 23 कृत्रिम गर्भाधान केंद्र संचालित हैं। हर ब्लाक में उनके मोबाइल नंबर लिखे हैं। उनसे संपर्क करें, संस्था के लोग गांव में आकर ही पशु पालक के पशु का कृत्रिम गर्भाधान कर देंगे। इसके अलावा विभाग के 58 कृत्रिम गर्भाधान केंद्र संचालित हैं। हर पशु अस्पताल में भी यह सुविधा उपलब्ध है।

प्रश्न : मेरे डागी को खुजली हो रही है क्या करें? राजदा खानम कालपी

उत्तर : डागी को आइवर मेक्टिल इंजेक्शन लगवायें, इससे फायदा हो जाएगा।

प्रश्न : भैंस पालन के लिए ऋण चाहिए, क्या करें? हरीशरण जालौन

उत्तर : विभाग द्वारा कामधेनु, मिनी कामधेनु योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इस वित्तीय वर्ष का लक्ष्य पूरा हो चुका है। मई में अगला लक्ष्य आ जायेगा। विभाग से संपर्क करें। इसके अलावा पशुपालन की अन्य योजनाओं की जानकारी भी मिलेगी।

प्रश्न : पशुओं को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए क्या करना चाहिए? राजकुमार उरई

उत्तर : पशुओं को गर्मियों में अन्ना नहीं छोड़ना चाहिए। पशु बांधकर रखें और छायादार स्थान पर बांधे साथ ही उनको नहलाये भी ।


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