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बघावली में अब नजर आते सिर्फ बूढ़े-बुजुर्ग

माधौगढ़, संवाद सहयोगी : ग्राम पंचायत कस्बा के मजरे बघावली में युवाओं के पलायन से चारों ओर सिर्फ बुजु

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 08:52 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 08:52 PM (IST)
बघावली में अब नजर आते सिर्फ बूढ़े-बुजुर्ग

माधौगढ़, संवाद सहयोगी : ग्राम पंचायत कस्बा के मजरे बघावली में युवाओं के पलायन से चारों ओर सिर्फ बुजुर्ग ही दिखाई देते हैं। गांव में ढूंढने से भी युवा नहीं मिल रहे हैं, क्योंकि रोजगार की तलाश में गांव के सभी युवा अपने परिवारों के साथ पलायन कर चुके हैं।

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भगवानदीन (78), शिवचरन (65), गंगा प्रसाद (68), मेवालाल (60) का राम बिहारी (75) का कहना है कि छह साल से हमारी जमीन बंजर पड़ी है। जिससे आज तक एक दाना तक नसीब नहीं हुआ है। न ही शासन व प्रशासन द्वारा हम गरीबों की कोई मदद की गयी। किसी प्रकार का न तो ऋण दिया गया और न ही कोई रोजगार मिला। मजबूरी में अपने बच्चों मजदूरी के लिए महानगरों में भेजना पड़ा जिससे उनके परिवारों का भरण पोषण हो सके। उन्होंने कहा कि अब जब तक जीवन है राम भरोसे है। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायती पत्र भी आला अधिकारियों को दिये गए, लेकिन आज तक उन पर कोई सुनवाई हुई। उन्होंने बताया कि फूल सिंह, ठाकुर प्रसाद, अमर सिंह, भंवर सिंह सहित गांव के करीब 250 परिवार पलायन कर चुके हैं। जिनके घरों में कई सालों से घरों में ताले लटके हैं। त्योहार पर गांव आते हैं और त्योहार होते ही फिर मजदूरी के लिए महानगरों में चले जाते हैं। पलायन करने से उनके बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। इस समय गांव करीब एक हजार की आबादी में 300 के लगभग वोटिंग है। फिलहाल अभी हाल में गांव में बमुश्किल 50 मतदाता मौजूद होंगे।


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