शोभायात्रा को लेकर तीन जगह टकराव
उरई, जागरण संवाददाता : जिला प्रशासन और पुलिस की अनुमति के बगैर ठड़ेश्वरी मंदिर से राम नवमी पर शहर में
उरई, जागरण संवाददाता : जिला प्रशासन और पुलिस की अनुमति के बगैर ठड़ेश्वरी मंदिर से राम नवमी पर शहर में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा को रोकने के प्रयास में पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच तीन स्थानों पर टकराव हुआ, वहीं रामकुंड के निकट श्रद्धालुओं को हिरासत में लेने पर जमकर बवाल मचा। जिस पर पुलिस ने बैकफुट पर आते हुए हिरासत में लिए गए कई युवकों को मौके पर ही उतार दिया, जबकि भाजपा, बजरंग दल और समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष समेत 20 श्रद्धालुओं को पुलिस लाइन से दोपहर बाद छोड़ दिया।
राम नवमी पर ऐतिहासिक ठड़ेश्वरी मंदिर से पहली बार शोभा यात्रा का निर्णय लिया गया था, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस ने यात्रा कीे अनुमति नहीं दी। साथ ही शनिवार सुबह क्षेत्राधिकारी सदर डा. जंग बहादुर सिंह और जालौन कुलदीप सिंह की अगुवाई में कई थानों की पुलिस व पीएसी ने मंदिर परिसर में डेरा जमा लिया और शोभायात्रा को रोकने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी, लेकिन राम जन्मोत्सव का आयोजन समाप्त होते ही हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने जुलूस की शुरूआत मंदिर से की तो मंदिर के गेट पर पुलिस ने यात्रा को रोकने का प्रयास किया और भाजपा जिलाध्यक्ष जगदीश तिवारी, बजरंग दल के जिलाध्यक्ष अखिलेश दुबे डीहा को हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस को पीछे करते हुए श्रद्धालुओं का हुजूम सड़क पर आ गया और जुलूस शहर की ओर बढ़ गया। इसके बाद शहर में जुलूस को रोकने का प्रयास पुलिस ने दोबारा नहीं किया, लेकिन जैसे ही जुलूस जिला परिषद तिराहे के निकट पहुंचा तो कोतवाल दयाशंकर सिंह ने अपने हमराही सिपाहियों के साथ जुलूस को रोकने का प्रयास किया और झडे छीनने शुरू कर दिए, इस पर श्रद्धालुओं में उबाल आ गया और उन्होंने कोतवाल व सिपाहियों द्वारा छीने गए झंडे वापस छीन लिए। इसके बाद यहां से श्रद्धालु जैसे ही रामकुंड के निकट पहुंचे, वहां पुलिस ने श्रद्धालुओं को गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी कर ली और समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष हिमांशु ठाकुर समेत 18 लोगों को पुलिस जीप में जबरन चढ़ा कर हिरासत में लिया और जीप को पुलिस लाइन भेज दिया। इसकी जानकारी होते ही श्रद्धालुओं ने बवाल करना शुरू कर दिया और पुलिस को दूसरी जीप से श्रद्धालुओं को न सिर्फ नीचे उतरना पड़ा, बल्कि हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ने का आश्वासन क्षेत्राधिकारी श्री सिंह को देना पड़ा। इसके बाद श्रद्धालु वापस ठड़ेश्वरी मंदिर पहुंचे, यहां पर श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम के दर्शन कर पूजा अर्चना की।