पुलिस के दौड़ाने पर युवक तालाब में कूदा, मौत
जालौन (उरई), संवाद सहयोगी : मुहल्ला मुरली मनोहर में फड़ लगाकर जुआ खेल रहे कुछ युवकों को पुलिस ने खदेड़
जालौन (उरई), संवाद सहयोगी : मुहल्ला मुरली मनोहर में फड़ लगाकर जुआ खेल रहे कुछ युवकों को पुलिस ने खदेड़ लिया। पुलिस से बचने के लिए चार लोग तालाब में कूद गए। पानी गहरा होने के कारण एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गई। इसके बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई। युवक की मौत के लिए लोग पुलिस को जिम्मेदार बता रहे हैं। चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिस कर्मियों के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया गया है।
मुहल्ला मुरली मनोहर में स्थित पक्के तालाब के किनारे मिलन गेस्ट हाउस के सामने घाट पर कुछ युवक जुआ खेल रहे थे। करीब 11 बजे पुलिस कर्मियों ने तालाब पर छापा मार दिया। पुलिस को देख युवकों के साथ वहां खड़े सभी लोग भाग खड़े हुए जिसमें चार युवकों ने तालाब में छलांग लगा दी जिसमें तीन युवक तैरकर अलग-अलग घाटों से निकलकर भाग गये, लेकिन 30 वर्षीय मेहरुद्दीन कुर्रेशी पुत्र अमरउदद्ीन कुर्रेशी निवासी चिमनदुबे घाट के किनारे डूबता रहा। छापा मारने वाले वर्दीधारी अन्य घाटों पर दौड़ दौड़कर जुआरियों को पकड़ने का प्रयत्न करते रहे, लेकिन डूबते युवक को पुलिस ने बचाने का प्रयास नहीं किया। पुलिस के डर से आम जनता भी डूब रहे युवक को बचाने आगे नहीं आयी। बाद में युवक ने दम तोड़ दिया। पुलिस उसके शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल लेकर आ रही थी। कुकरगांव के पास लोगों ने गाड़ी रुकवायी। हालात तनावपूर्ण हो गए। क्षेत्राधिकारी कुलदीप सिंह ने लोगों को शांत कराया। नगर में स्थिति न बिगड़े इसके लिए अधिकारियों ने कई थानों की पुलिस फोर्स व पीएसी बल जालौन पहुंचा दिया। जिला अस्पताल पहुंचने के बाद डाक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना की जानकारी होने के बाद सपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बजरिया मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृतक युवक के पिता से बात कर हर संभव मदद दिलाने और दोषियों पर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।
डीएम, एसपी अस्पताल पहुंचे
घटना की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी रामगणेश तथा पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सक्सेना जिला अस्पताल पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने मृतक के परिवार वालों को सांत्वना दी।
चौकी इंचार्ज के विरुद्ध तहरीर
घटना को लेकर मृतक के परिवार वाले चौकी इंचार्ज नरेश पाल और उनके हमराहियों को जिम्मेदार मान रहे हैं। उनका कहना है कि यदि पुलिस बिना वजह न खदेड़ा होता तो घटना नहीं होती। चौकी इंचार्ज उनके साथ गए सिपाहियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने को एसपी को प्रार्थना पत्र दिया गया है।