870 मुकदमों का निपटारा, 1050 वादकारी लाभान्वित
उरई, जागरण संवाददाता : रविवार को जनपद दीवानी न्यायालय एवं बाह्यं स्थित न्यायालयों में आयोजित बृहद लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के 870 मुकदमों का निस्तारण कर दिया गया। इससे करीब 1050 वादकारी लाभान्वित हुए। फौजदारी के मामलों में 76 हजार 420 रुपये जुर्माना भी अभियुक्तों से वसूल कर राजकीय कोष में जमा कराया गया।
जनपद न्यायाधीश विनोद कुमार यादव ने अध्यक्षता करते हुए 18 उत्तराधिकार के वादों समेत कुल 23 वादों का निस्तारण करते हुए मोटर वाहन दुर्घटना के एक मामले में पीड़ित पक्ष को विपक्षी बीमा कंपनी से 90 हजार रुपये क्षतिपूर्ति दिलवाई। विशेष न्यायाधीश संजय कुमार सिंह ने मोटर वाहन दुर्घटना के एक मामले में पीड़ित पक्ष को 1.40 लाख रुपये दिलाते हुए कुल 5 मुकदमों का निस्तारण किया। विशेष न्यायाधीश अनिल कुमार उपाध्याय ने 5, प्रधान न्यायाधीश सुनील कुमार मिश्र ने 9 और अपर जिला जज मुकेश कुमार सिंघल ने 2 मुकदमों का निस्तारण किया।
जनपद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने 140 आपराधिक मुकदमों में 23 हजार 750 रुपये अर्थदंड अभियुक्तों पर अधिरोपित किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और सिविल जज (प्रवर खंड) इफराक अहमद ने 7 सिविल वादों में पक्षकारों के मध्य सुलह कराई। सिविल जज (जू.डि.) परविंद कुमार ने 88, न्यायिक मजिस्ट्रेट कोंच राजीव कुमार सिंह ने 48 और जेएम कालपी महेश कुमार ने 41 आपराधिक मामले निस्तारित किए। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट उरई जगमोहन सिंह ने 110 आपराधिक मामलों में 7400 रुपये अर्थदंड राजकीय कोष में जमा कराया। इन्होंने गत दिवस भी मिनी लोक अदालत में 9 मुकदमों का निस्तारण किया था। अपर जिला मजिस्ट्रेट आनंद कुमार ने 6, उप जिला मजिस्ट्रेट उरई ने 88, नगर मजिस्ट्रेट ने 32, उप जिला मजिस्ट्रेट कोंच ने 47, जालौन ने 28, कालपी ने 18, माधौगढ़ ने 46 आपराधिक प्रकरण निस्तारित किए। इसी प्रकार तहसीलदार सदर ने 16, कोंच ने 33 और माधौगढ़ ने 22 राजस्व वादों का निस्तारण किया। इस मौके पर सिविल जज नीरज कुशवाहा, अपर सिविल जज पियूष वर्मा और जेएम हृदेश कुमार समेत कई अधिवक्ता मौजूद रहे।