फौजी की खुदकुशी मामले में तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सरावन, संवाद सूत्र :
सेवानिवृत्त फौजी की आत्महत्या के मामले में तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने पूर्व प्रधान के पिता को हिरासत में ले लिया है।
मालूम हो कि फौज में हवलदार पद से सेवानिवृत्त हुए सीताराम ने दलितों द्वारा सरेआम मारपीट कर उसे अपमानित किए जाने से क्षुब्ध होकर खुदकुशी कर ली थी। इससे पहले वह गांव में सरेआम मारपीट और बेइज्जती से आहत होने के बाद आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गोहन थाना में तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने उसकी मदद में गंभीरता नहीं दिखायी। आखिरकार अपमान को वह बर्दाश्त नहीं कर पाया। हालांकि आत्महत्या करने से पहले उसने उसे अपमानित करने वालों के नाम घर की दीवाल पर लिख दिए थे। पुलिस यदि मामले को संजीदगी से लेते हुए प्रभावी कार्रवाई देती तो शायद वह आत्महत्या करने को विवश नहीं होता। बहरहाल घटनाक्रम के बाद पुलिस बचाव की मुद्रा में है। बुधवार को इस मामले में दयाराम, वीर सिंह व कैलाश के विरुद्ध आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले के मुख्य आरोपी पूर्व प्रधान वीर सिंह के पिता प्रभु दयाल का पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। कार्रवाई को लेकर चौतरफा हो रही फजीहत के बाद बुधवार को थाना पुलिस का सुर बदला हुआ दिखा। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राष्ट्रपति पद पा चुके थे सीताराम
सिस्टम के आगे घुटने टेक कर आत्महत्या करने को विवश हुए सीताराम ने नौकरी से दौरान बेहतर सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक प्राप्त किया था, लेकिन उसके पुरस्कार का पुलिस के लिए जैसे कोई मायने नहीं रहा। उसके साथ मारपीट करने वालों को पकड़ना दो दूर की बात उससे ढंग से बात तक पुलिस ने करना मुनासिब नहीं समझा। परिवार वाले पुलिस के रवैये से बेहद आहत हैं।