जिले को घोषित किया जाए सूखाग्रस्त
कालपी, संवाद सहयोगी : जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन किया। जिसमें दूर दराज से आये क्षेत्र के किसानों ने बड़ी संख्या में मौजूद दर्ज कराई। धरना प्रदर्शन के उपरांत किसान यूनियन ने जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा। जिसमें क्षेत्र के किसानों की समस्याओं और उनकी पीड़ा को बयां किया।
सोमवार सुबह से तहसील प्रांगण में किसान यूनियन के नेताओं व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा शुरू हो गया। धरना में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लंबरदार ने कहा कि वर्षा न होने के कारण किसान की खरीफ की फसल चौपट हो गयी है, जिससे किसान कराह उठा है और फिर भी जिले को सूखाग्रस्त घोषित न करना किसानों के साथ बेईमानी है। इसके लिए भाकियू आरपार की लड़ाई लड़ेगी। अध्यक्षता कर रहे भाकियू के जिलाध्यक्ष बृजेश राजपूत ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है और फिर भी ये अधिकारी किसानों के साथ अन्याय कर रहे जो बेहद निंदनीय है। किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता। पिछले पांच वर्षो से किसान दैवीय आपदाओं के चलते कर्ज तले दब रहा है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। भाकियू के बुंदेलखंड अध्यक्ष राजवीर जादौन ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया, मगर जालौन जिले के साथ ही सौतेला व्यवहार क्यों किया गया। झांसी मंडल अध्यक्ष रामलखन ने कहा कि किसान अधिकारियों के कार्यालयों में जाकर गिड़गिड़ाते हैं और अधिकारी उनकी बात तक नहीं सुनते। शायद उन्हें यह पता नहीं कि किसान देश का अन्नदाता है। प्रशासन की गलत रिपोर्ट से ही जिले को अभी तक सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया है। इस मौके पर कल्लू यादव, जेंटर सिंह, ओम सिंह, शिवपाल सिंह, सचेंद्र सिंह, लाखन सिंह, सियाशरण सिंह, राजू, जितेंद्र, सुरेश सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।
भाकियू की प्रमुख मांगें
- जनपद सूखाग्रस्त घोषित हो
- किसानों को बीमा दिलाया जाये
- नहरों की सफाई व खुदाई करायी जाये
- राजकीय नलकूप चालू कराये जायें
- नलकूपों के ट्रांसफार्मर व तार बदले जायें
- आटा चुर्खी मार्ग से सिकरी रहमापुर मार्ग के गढ्डे भरे जायें
- कृषि उपज को बाजार मूल्य सूचकांक से जोड़ा जाये
- रवी फसल के लिए बीज व खाद सरकारी समितियों पर उपलब्ध हो
- मंगरौल का अधूरा रपटा बने
- मैनूपुर पंप कैनाल चालू की जाये
- सिकरी रहमानपुर का विद्युतीकरण कराया जाये
- खांखरी विद्युत सब स्टेशन से राजकीय नलकूप सं. 5889 जोड़ा जाये
- तहसील क्षेत्र के तालाबों को भरवाया जाये
- बिजली के फर्जी बिलों को सुधारा जाये
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विधानसभा में उठायेंगे मामला
धरना पर मौजूद विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की दोहरी नीति के चलते जिले को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया है जिससे किसान अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। किसान की इस समस्या को विधायक उमाकांति के द्वारा विधानसभा में उठाया जायेगा। सूखाग्रस्त घोषित न होने पर किसानों के साथ आंदोलन भी किया जायेगा।