खानाबदोश जाति के लोगों ने जमाया डेरा
उरई, जागरण संवाददाता : अशिक्षा के कारण समाज की मुख्य धारा से कटे खानाबदोश समुदाय के कई परिवारों ने यहां मुहल्ला पटेल नगर में डेरा स्थापित कर लिए। बस्ती में पानी जैसी बुनियादी सुविधा तक नहीं है। उधर उनकी मौजूदगी को लेकर पुलिस सतर्क है, कई बार ऐसे समुदाय में अपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोग पनाह लेकर रहने लगते हैं और चोरी तथा लूट जैसी घटनाओं में इजाफा हो जाता है, लिहाजा पुलिस उनको सत्यापित करने की योजना बना रही है।
झांसी रोड पर खाली पड़े जमीन में पर इस समुदाय ने फिलहाल अपना डेरा बनाया है। जड़ी बूटी और नग बेचने का धंधा कर इस समुदाय के लोग अपने बच्चों का पेट पालते हैं। हालांकि कई बार ऐसे डेरों पर बावरिया समुदाय के लोग भी घुसपैठ कर लेते हैं, जो अपराध में संलिप्त रहते हैं, उनकी मौजूदगी वाले इलाकों में लूट, डकैती, चोरी जैसे अपराध बढ़ जाते हैं। लिहाजा बाराबंकी जनपद से पलायन कर यहां डेरा जमा रहे नये समुदाय की मौजूदगी को लेकर स्थानीय लोगों के साथ पुलिस की बैचेनी बढ़ना भी लाजिमी है। डेरे पर करीब 500 सदस्य एक साथ रह रहे हैं। इसी सप्ताह पूरे समुदाय की आमद यहां पर हुई है। खुद को ये समुदाय महावत जाति से होना बता रहा है। एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी ये ये लोग पत्थर के नग और जड़ी बूटी बेचने का काम विरासत के रूप में संभाल रहे हैं। अपर पुलिस अधीक्षक लल्लन सिंह यादव का कहना है कि सत्यापन किया जाएगा कि डेरे में कोई आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग तो नहीं रह रहे हैं। संदिग्ध गतिविधि वालों पर कार्रवाई की जाएगी।