कुकरगांव पुल निर्माण की उठने लगी मांग
जालौन, संवाद सहयोगी : जिला मुख्यालय के लिए जाने वाले रास्ते में बना कुकरगांव का पुल टूट जाने से भारी वाहनों का आवागमन ठप हुआ तो वहीं छात्रों की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं। क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन से पुल निर्माण जल्द कराए जाने की मांग की है। साथ ही जब तक पुल निर्माण नहीं हो, तब तक के लिए डायवर्जन बनाकर यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए जाने की मांग उठाई है।
उरई जिला मुख्यालय जाने के लिए अब लोगों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इस रास्ते में पड़ने वाला कुकरगांव का पुल टूट जाने से मुसीबत पैदा हो गई, जबकि नगर तथा क्षेत्र के हजारों लोगों का उरई आवागमन रहता है। इतना ही नहीं इसी रास्ते से उरई से मध्य प्रदेश, दिल्ली, इटावा, आगरा, औरैया, जयपुर आदि के लिए भी बसों का संचालन होता है। इन यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कुकरगांव पुल से भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर देने से यहां से गुजरने वाले वाहनों को अब हरदोई राजा होकर आना जाना पड़ रहा है, लेकिन धंतौली के आगे बरहा गांव के पास बना पुल भी जर्जर स्थिति में है। इतना ही नहीं, जालौन से हरदोई तक की दूरी 15 किमी. तथा हरदोई से उरई की दूरी 25 किमी. है। जिससे यात्रियों को 15 किमी. का चक्कर काटना पड़ रहा है। उनकी मुसीबतें प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। क्षेत्रीय निवासी राज किशोर त्रिपाठी, केशव कुमार, राजकुमार मिश्रा एड., भूपेंद्र लिटौरिया, भरत लाल साहू व विजय शर्मा ने जिला प्रशासन से जल्द ही कुकरगांव पुल का निर्माण कराने की मांग की है।