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बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हरीगंज के बाशिंदे

By Edited By: Published: Sun, 27 Jul 2014 07:46 PM (IST)Updated: Sun, 27 Jul 2014 07:46 PM (IST)
बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हरीगंज के बाशिंदे

कालपी, संवाद सहयोगी : मोहल्ला हरीगंज के बाशिंदे बिजली, पानी व गंदगी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। मोहल्ले में भीषण गंदगी का अंबार लगा है। वहीं मोहल्ले के चार में से तीन हैंडपंप खराब है। जिससे यहां पर जल संकट की समस्या बनी रहती है।

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रविवार को जागरण टीम यहां के बाशिंदों से रूबरू हुई तो उन्होंने अपना दर्द बयान किया। हरीगंज तिराहे से जुलहटी के लिए जाने वाली गली में तो जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा है तथा नालियां सफाई न होने के चलते गंदगी से बजबजा रही हैं। इस बस्ती में हिंदू-मुस्लिम दोनों वर्गो के लोग निवास करते हैं। मोहल्ले की आबादी लगभग 3500 है और सफाई हेतु सिर्फ एक सफाईकर्मी यहां तैनात है। जो कभी-कभार सपाई करने आता है। दुर्गध के कारण लोग बेहाल हैं।

प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के बगल में खुले में रखा ट्रांसफार्मर लगातार हादसों को दावत दे रहा, क्योंकि उक्त ट्रांसफार्मर चौराहे पर रखा है और बगल में स्कूल संचालित है। इस संबंध में कई बार यहां के बाशिंदे प्रार्थनापत्र दे चुके हैं लेकिन कोई राहत नहीं मिली। मोहल्ले में लगे चार हैंडपंपों में से 3 खराब पड़े हैं। जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर पेयजल की समस्या गहरा जाती है।

बोले नागरिक

'नालियों की सफाई न होने से पानी बजबजाता रहता है जिससे असहनीय दुर्गध उठती है। घर के बाहर तो दूर अंदर बैठना दुश्वार है।'

शिब्बू विश्नोई

'कूड़े के ढेर बवालेजान बने हुए हैं। गंदे जानवर दिन भर विचरण करते रहते हैं। जिससे कूड़ा इधर-उधर फैला रहता है। संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा रहता है।'

भूरा यादव

'बारिश के दिनों में भारी दिक्कत होती है। गलियों में एक इंच भी जगह ऐसी नहीं रहती कि लोग निकल सकें। मजबूरी में जलभराव से निकलना पड़ता है।'

संजू

'मोहल्ले में मच्छरों का प्रकोप है। नगर पालिका ने न तो फागिंग करवाई और न ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया। इस बस्ती की तरफ कोई ध्यान नहीं है।'

सुरेंद्र पाठक

'शाम होते ही गलियों में अंधेरा छा जाता है। रोशनी के लिए लगी स्ट्रीट लाइट कई दिनों से फ्यूज पड़ी है। जिससे रात में आवागमन में परेशानी होती है।'

सुनील शुक्ला

'मोहल्ले के अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। जिन्हें सुधरवाने के लिए कई मर्तबा गुहार लगाई पर कोई सुनवाई नहीं हुई। पेयजल की समस्या बनी रहती है।'

रवींद्र

'मोहल्ले में बिछाई गई इंटरलॉकिंग सड़क उखड़ जाने से चलने में परेशानी होती है। सभासद को बताने पर भी समस्या हल नहीं हुई।'

नसीम

'यहां रहते जिंदगी बीत गई पर बुनियादी सुविधाओं का टोटा बना रहा। कोई सुनने वाला नहीं है। अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत सत्य साबित हो रही है।'

नूर मोहम्मद

'सफाई कर्मियों की कमी के चलते मोहल्ले में गंदगी फैली है। जल्द ही दो सफाई कर्मियों की मांग कर गंदगी से निजात दिलवाई जाएगी तथा अन्य समस्याओं को प्रमुखता से दूर कराया जाएगा।'

रियाज, सभासद


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