लोन के बहाने करा लिया कृषि भूमि का बैनामा
हाथरस : न्यायालय के आदेश पर बुधवार को दर्ज हुए अभियोग में तीन लोगों पर लोन दिलाने के बहाने कृषि भूम
हाथरस : न्यायालय के आदेश पर बुधवार को दर्ज हुए अभियोग में तीन लोगों पर लोन दिलाने के बहाने कृषि भूमि का बैनामा कराने का आरोप है। यही नहीं आरोपियों ने पीड़िता व उसकी बेटी के साथ मारपीट, अश्लील हरकत भी की। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सादाबाद के गांव की रहने वाली महिला ने रिपोर्ट में बताया कि वह और उसका पति अनपढ़ है। पति को कम दिखाई देता है। पांच साल पहले बेटियों की शादी के लिए पैसों की जरूरत पड़ने पर उसके पति ने गांव चिरावली के पूरन ¨सह पुत्र नत्थीलाल व मई निवासी राजवीर ¨सह पुत्र उदयराम से मदद मांगी थी। इस पर उक्त दोनों ने बैंक से ढाई लाख रुपया लोन दिलाने का आश्वासन दिया था। 21 नवंबर 2012 को पूरन ¨सह व राजवीर ¨सह ने पीड़िता के पति के नाम कृषि भूमि खाता संख्या 260 व 323 के गांटा संख्या 593,597 रकवा 0-207 हेक्टेयर का फर्जी तरीके से कूटरहित दस्तावेज तैयार कर लाखन ¨सह पुत्र रामखिलाड़ी निवासी मई के नाम बैनामा करा दिया। इस दौरान पीड़िता के पति को एक लाख 70 हजार रुपये भी दिए। शेष 80 हजार आठ दिन बाद 29 तारीख को देने की बात कही। 29 नवंबर 2012 को पीड़िता के पति के नाम शेष कृषि भूमि का भी आरोपियों ने फर्जी तरीके से लाखन ¨सह के नाम बैनामा करा दिया। इस घटना के कुछ दिन बाद आठ दस लोग लाखन ¨सह के साथ जमीन पर कब्जा करने के लिए पहुंच गए। तब पीड़िता व उसके परिवार को घटना की जानकारी हुई। गांव में पंचायत हुई और लोगों के समझाने के बाद 6 सितंबर 2014 को लाखन ¨सह ने ढाई बीघा जमीन का बैनामा पीड़िता के नाम कर दिया और शेष भूमि भी लौटाने का आश्वासन दिया। लंबे समय तक भूमि न लौटाने पर पीड़िता परिवार के साथ 8 जनवरी 2017 को लाखन ¨सह के यहां मई पहुंचे। यहां पूरन ¨सह व राजवीर ¨सह भी मिल गये। जमीन लौटाने की बात पर आरोपियों ने पीड़िता के पति के साथ मारपीट की और बेटी व उसके कपड़े फाड़ दिये, अश्लील हरकत भी की। कोतवाली में सुनवाई न होने के बाद पीड़िता ने कोर्ट की शरण ली और मामला दर्ज हुआ। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।