पालिका के टेंडर में घूस का खेल उजागर
नीरज सौंखिया, हाथरस : बुधवार की शाम वाट्सएप पर जारी एक ऑडियो ने सनसनी मचा दी। इसमें पालिकाध्यक्ष
नीरज सौंखिया, हाथरस :
बुधवार की शाम वाट्सएप पर जारी एक ऑडियो ने सनसनी मचा दी। इसमें पालिकाध्यक्ष पति और सभासद की बातचीत के अंश हैं। इसमें पालिकाध्यक्ष के पति टेंडर के बाद ठेकेदारों को वर्क ऑर्डर जारी करने के नाम पर पूल की रकम दिए बिना वर्क ऑर्डर जारी करने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है, 'यदि वर्क ऑर्डर जारी कर दूंगा तो पूल की रकम नहीं मिलेगी। ऐसे में सभासदों की नाराजगी झेलने को कहां से धन आएगा, जो मेरा खून चूसते हैं।'
वायरल ऑडियो में सभासद प्रदीप शर्मा और पालिकाध्यक्ष पति वासुदेव माहौर की बातचीत के अंश हैं। इसकी शुरुआत जय रामजी से हुई है। इसमें सभासद का कहना है कि उनका वार्ड काफी बड़ा है। मात्र सात कर्मचारी तैनात हैं। ऐसे में तीन मंदिर हैं और मुस्लिम बस्तियां भी उनके क्षेत्र में हैं। सफाई व्यवस्था नहीं हो पा रही है। वह क्या करें। लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। 31 मार्च को ठेका समाप्त हो जाने के कारण कर्मचारियों की तैनाती नहीं है। अब ठेकेदार से काम कराया जाएगा। यदि सही नहीं करेगा तो हटा दिया जाएगा। ऐसे में पालिकाध्यक्ष पति ने जवाब देते हुए कहा है, 'आप चाहें तो गैंग बुला सकते हैं।' इसके जवाब में सभासद ने साफ कहा, 'कहीं गैंग नहीं भेजा जाता है।' इसी दौरान पालिकाध्यक्ष पति ने कहा, 'मूल बात करो।' ऐसे में सभासद ने कहा, 'सभी वार्डों में काम समाप्त भी हो गए हैं, ठेकेदार ने काम भी शुरू नहीं किया है। उससे बात करें तो वह न जाने क्या जारी न होने की बात कह रहे हैं।' ऐसे में तपाक से पालिकाध्यक्ष पति बोले 'वर्क ऑर्डर'। सभासद, 'हां-हां वही। तो आप ठेकेदार से कहें कि वह पूल की रकम जमा करे और वर्क ऑर्डर प्राप्त करे।' सभासद बोले, 'आप भी ऐसी बात कर रहे हैं, मैं यह ठेकेदार से कह सकता हूं। काम तो जेई स्तर से हुआ होगा।' पालिकाध्यक्ष पति का कहना है, 'ठीक है वर्क ऑर्डर जारी हो जाने के बाद कोई भी पूल के पैसे जमा नहीं करता है। फिर मुझे भी सभासदों को देना पड़ता है। जो मेरा खून चूसते हैं।' ऐसे में सभासद यह भी कहते नजर आए, 'लगता है कि नंगे-नंगे ठेकेदार पालिका में आ गए हैं।'
इनका कहना है-
जिस ऑडियो की बात कही जा रही है उसमें मेरी आवाज ही नहीं है। मुझे बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। सभासद ही मुझ पर अनावश्यक रूप से दबाव बना रहे हैं और मुझे बदनाम करने के लिए कुचक्र रच रहे हैं।
वासुदेव माहौर, पालिकाध्यक्ष के पति