चार रक्तदाता हेपेटाइटिस-बी के रोगी निकले
जागरण संवाददाता, हाथरस : जिला ब्लड बैंक में इसी माह रक्तदान करने वाले 146 लोगों में से चार हेपेटा
जागरण संवाददाता, हाथरस :
जिला ब्लड बैंक में इसी माह रक्तदान करने वाले 146 लोगों में से चार हेपेटाइटिस-बी के रोगी निकले हैं। दान किए गए रक्त की जांच में यह खुलासा हुआ है। उनके रक्त को मशीन के जरिए नष्ट करा दिया गया है। इस संबंध में आला अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है।
किसी की जान बचाने के लिए रक्तदान जितना जरूरी है, उतनी जरूरत रक्त की शुद्धता पर ध्यान देने की भी है। जरा सी चूक जान पर भारी पड़ सकती है। हाथरस में ब्लड बैंक की स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी। इसके पहले रक्त की जरूरत अलीगढ़ या आगरा से पूरी हो पाती थी। यहां ब्लड बैंक खुलने के बाद कुछ सामाजिक संस्थाएं सक्रिय हुईं और समय-समय पर यहां रक्तदान शिविर भी आयोजित करती रहती हैं। इससे यहां के लोगों को काफी लाभ हुआ है। जरूरत पड़ने पर खून यहीं मिल जाता है। इसी माह रक्तदान के दो शिविर आयोजित किए गए। एक शिविर ह्यूमन राइट काउंसिल एसोसिएशन ने लगाया तो दूसरा एनसीसी 9 यूपी बटालियन ने। इन शिविरों में 146 लोगों ने रक्तदान किया। रक्तदान के बाद नियमानुसार खून की जांच की गई तो उजागर हुआ कि चार रक्तदाता हेपेटाइटिस बी रोग से ग्रसित थे। पुष्टि होने के बाद फार्मासिस्ट विक्रम ¨सह व अन्य स्टाफ की देखरेख में इस ब्लड को मशीन से नष्ट कराया गया। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी जानकारी दे दी गई है।
रक्तदान से पहले जांच
यदि आप रक्तदान करना चाहते हैं तो पहले आपको एचआइवी, हेपेटाइटिस बी, शुगर, ब्लड प्रेशर आदि की जांच करानी होगी। उसी के बाद आपका रक्त ब्लड बैंक में लिया जा सकेगा। इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने मातहतों को निर्देश जारी कर दिए हैं। रक्तदाता की इन जांचों के लिए कार्ड भी बनवाया जा रहा है, जिसपर रक्तदाता का नाम लिखते हुए जांच के नाम दर्ज होंगे। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद ही रक्त लिया जा सकेगा। सीएमओ डा. रामवीर ¨सह ने बताया कि शासन के निर्देश के बाद रक्तदान के नियमों में परिवर्तन में किया गया है। ब्लड बैंक में तैनात सभी स्टाफ को इस संबंध में संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।