स्कूली बच्चों को सिखाए गर्मी से निपटने के गुर
संवाद सहयोगी, हाथरस : गर्मी का सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों पर पड़ता है। इससे उनका स्वास्थ्य भी खरा
संवाद सहयोगी, हाथरस : गर्मी का सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों पर पड़ता है। इससे उनका स्वास्थ्य भी खराब हो जाता है। इस बार सीबीएसई स्कूलों में बच्चों को गर्मी से बचाव व निपटने के गुर सिखाए जा रहे हैं।
सीबीएसई बोर्ड विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान देता है। यातायात सहित अन्य जरूरी जानकारी भी बच्चों को समय-समय पर दी जाती है। मार्च के बाद ही गर्मी की शुरुआत हो जाती है। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत नहीं रहते हैं। गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक आदि होने से लोगों की जान तक चली जाती है। गर्मियों की शुरुआत होते ही सीबीएसई स्कूलों में बच्चों को गर्मी से निपटने की जानकारी संचालकों द्वारा दी गई। गर्मी में घर से बाहर निकलकर कहीं जाने पर फुल बाजू की शर्ट या कमीज के अलावा धूप की किरणों से निपटने वाला चश्मा आदि लगाने के निर्देश दिए गए। पानी की बोतल में ग्लूकोज के अलावा तुलसी के पत्ते डालकर पानी पीने की सलाह दी गई। बताते चलें कि अधिक गर्मी होने के कारण बच्चों को सर्दी-खांसी के अलावा कई तरह के वायरल हो जाते हैं। इस बार सीबीएसई की पहल पर बच्चों को गर्मी से बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। पेय पदार्थ के अलावा पानी अधिक पीने की सलाह दी गई। भोजन को समय के अंतराल पर करने की सलाह भी दी गई। इसका असर भी दिखा।
सीबीएसई बोर्ड के रिसोर्स पर्सन व सेंट विवेकानंद पब्लिक स्कूल सादाबाद के प्रधानाचार्य डॉ. जगदीश शर्मा ने बताया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश होने से पहले ही बच्चों को गर्मी से निपटने के बारे में विस्तृत रूप से कक्षाओं में जानकारी दी गई है। इसका लाभ अगले साल ज्यादा दिखेगा।