काउंस¨लग का इंतजार कर रहे बीटीसी प्रशिक्षु
असमंजस - आचार संहिता के कारण नहीं हो पा रही काउंसिलिग - बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रहे प्रशिक्
असमंजस
- आचार संहिता के कारण नहीं हो पा रही काउंसिलिग
- बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रहे प्रशिक्षु
संवाद सहयोगी, हाथरस : सहायक अध्यापक के लिए आचार संहिता लगने से पहले शासन ने रिक्तियां निकाली थी। बीटीसी प्रशिक्षुओं ने आनलाइन आवेदन भी भर दिए थे। आचार संहिता लग जाने के बाद काउंस¨लग को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। काउंस¨लग की तिथि को लेकर बीटीसी प्रशिक्षु लगातार शिक्षा विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहे हैं।
बीटीसी का दो वर्षीय प्रशिक्षण करने बाद प्रशिक्षुओं को शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है,उसके बाद ही सहायक अध्यापक बनने का रास्ता साफ होता है। पिछले कुछ सालों में शासन ने सहायक अध्यापक पद की तमाम रिक्तियां निकाली हैं। इसके बाद भी सहायक अध्यापकों की कमी प्राथमिक विद्यालयों में देखने को मिलती है। एकल और बंद विद्यालयों की संख्या काफी अधिक है।
बताते चले कि विगत माह जिले में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों की सूचना बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मांगी गई थी। जिसके बाद प्रदेश स्तर पर 12,460 सहायक अध्यापक पदों को रिक्तियां निकाल दी गई। बीटीसी प्रशिक्षुओं ने इसके लिए आनलाइन आवेदन भी कर दिए। लेकिन विधानसभा चुनाव के तहत आचार संहिता प्रदेश में लग गई। आचार संहिता लग जाने के बाद असमंजस की स्थिति बनी हुई है। काउंस¨लग चुनाव से पहले होगी या बाद में। इसके लिए लगातार बीटीसी प्रशिक्षु बीएसए और प्रशासनिक अधिकारियों के पास चक्कर लगा रहे है। बीएसए रेखा सुमन ने बताया कि काउंस¨लग को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता,जो निर्देश शासन से आएंगे उनका अनुपालन कराया जाएगा।