Move to Jagran APP

कमीशन के खेल में बच्चों के कंधे फेल

संवाद सहयोगी, हाथरस : कुछ वर्षो से कान्वेंट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के बस्ते का वजन बढ़ता ही ज

By Edited By: Published: Sat, 27 Aug 2016 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 27 Aug 2016 01:01 AM (IST)
कमीशन के खेल में  बच्चों के कंधे फेल

संवाद सहयोगी, हाथरस : कुछ वर्षो से कान्वेंट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के बस्ते का वजन बढ़ता ही जा रहा है। तमाम कान्वेंट स्कूल संचालक अपनी मनमानी करके बच्चों के बचपन के संग खिलवाड़ कर रहे हैं। कमीशन का खेल मासूम के कंधे सह नहीं पा रहे हैं।

loksabha election banner

सीबीएसई के निर्देश

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिशद ने कान्वेंट स्कूलों को निर्देश दे रखे हैं कि एनसीईआरटी की किताबें ही लगाए जाएं।

क्या है बस्ते की स्थिति

कान्वेंट स्कूलों में एलकेजी और यूकेजी की बात करें तो करीब आठ किताबें इन कक्षाओं में होती हैं। कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की 12 किताबें होती हैं। निर्धारित किताबों के अलावा भी बच्चों को कई अतिरिक्त किताबें पढ़नी पड़ रही है। इसके अलावा बच्चों के बस्ते में लंच बॉक्स, कॉपियां आदि भी होती हैं। जिस कारण बस्तों का वजन अधिक हो जाता है।

कमीशन का खेल

जिले में कई ऐसे कान्वेंट स्कूल हैं, जो खानापूर्ति एनसीईआरटी की किताबों की करते हैं। प्राइवेट प्रकाशक की किताबों को स्कूलों में लगाया जाता है। कमीशन के इस खेल में हर साल लाखों रुपये स्कूल संचालकों के स्तर से पैदा किए जाते हैं। किताबें अपने प्रकाशकों के यहां छपवाते हैं और जमकर कमाई करते हैं। अभिभावक चयनित दुकानों से किताबों को खरीदने के मजबूर हो जाते हैं। चयनित दुकानों के अलावा शहर में यह किताबें नहीं मिल पाती हैं।

बुलंद की थी आवाज

यूनिवर्सल ह्यूमन राइटस काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीन वाष्र्णेय की मानें तो स्कूल संचालक मनमानी करते हैं। हर साल किताबों की संख्या बढ़ा दी जाती है। एनसीईआरटी की किताबों को नहीं लगाया जाता। नवीन सत्र शुरू होने पर इसका विरोध किया गया था। प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा स्कूल संचालकों से संगठन के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया था। मगर, कुछ नहीं हो सका।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.