एटीएम पिन पूछकर पार किए 14 हजार
संवाद सहयोगी, हाथरस : साइबर क्राइम की जड़ें दिन पर दिन फैलती जा रही हैं। शहर में एक और बैंक उपभोक्ता
संवाद सहयोगी, हाथरस : साइबर क्राइम की जड़ें दिन पर दिन फैलती जा रही हैं। शहर में एक और बैंक उपभोक्ता साइबर लुटेरों के चक्कर में फंस गया। शातिर ने पिन कोड पूछकर खाते से 14 हजार रुपये पार कर दिए। पीड़ित ने कोतवाली सदर में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
लगातार प्रचार के बावजूद लोग साइबर लुटेरो के चंगुल से नहीं बच पा रहे। निकुंज कॉलोनी मैंडू रोड निवासी हरेंद्रपाल ¨सह का भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में खाता है। 17 मई की सुबह हरेंद्र के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को स्टेट बैंक का अधिकारी बताया। कॉलर ने कहा कि एटीएम कार्ड प्रयोग न करने के कारण उनका कार्ड लॉक हो गया है। इसके लिए आप अपना कार्ड नंबर व पिन बताएं। हरेंद्र कॉलर की बातों में आ गए तथा कार्ड नंबर व पिन बता बैठे। फोन कटने के थोड़ी देर बाद ही उनके मोबाइल पर 14 हजार रुपये निकलने का मैसेज आ गया। वे दौड़े-दौड़े बैंक पहुंचे तथा उन्होंने घटना की जानकारी दी। बैंक से उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने हाथरस गेट पुलिस को लिखित में सूचना दी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी व आइटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिले में आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। अधिकतर में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाती। जिन घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज हुई है, उनकी विवेचना क्राइम ब्रांच से की जा रही है। पिछले कुछ सालों में कोई भी मुकदमा नतीजे तक नहीं पहुंचा है। पुलिस शातिरों तक नहीं पहुंच पाती। इसी का नतीजा है कि लोगों को चूना लगाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
फेसबुक पर पुलिस
कर रही जागरूक
हाथरस : साइबर लुटेरों को पकड़ने में असमर्थ पुलिस प्रचार-प्रसार के माध्यम से घटनाओं को रोकने का प्रयास कर रही है। हाथरस पुलिस के फेसबुक पेज पर लोगों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्हें इस बात से आगाह किया जा रहा है कि वे किसी से अपनी बैंक खाते की जानकारी साझा न करें। फोन पर पूछे जाने पर पिन ना बताएं। विभिन्न पोस्ट के माध्यम से जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है।
बैंककर्मी नहीं करते फोन
साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को लेकर स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक विजय कुमार बालानी का कहना है कि बैंक किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए उपभोक्ताओं को फोन नहीं करतीं। खाताधारकों को सतर्क रहने की जरूरत है। बैंक अपने उपभोक्ताओं को जागरूक करती रहती है तथा फ्राड से बचने के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों पर मैसेज भी किए जाते हैं। बस लोग इस बात का ध्यान रखें कि बैंक अपने उपभोक्ताओं को फोन नहीं करती है।