दुष्कर्म और डकैती में तरमीम कराएं मामला
संवाद सहयोगी, हाथरस : तमाम आश्वासन व दिलासे के बावजूद गांव अजगरा के पीड़ित परिवार को राहत नहीं मिल सक
संवाद सहयोगी, हाथरस : तमाम आश्वासन व दिलासे के बावजूद गांव अजगरा के पीड़ित परिवार को राहत नहीं मिल सकी। परिवार का कहना है कि डकैती व तीन महिलाओं से दुष्कर्म की घटना को पुलिस ने केवल चोरी में दर्ज कर लिया। यही नहीं एक आरोपी का साधारण धारा में चालान कर दिया। परिजन दर्जनों ग्रामीणों व भाजपाइयों के साथ एसपी से मिले तथा मुकदमा तरमीम कराने की मांग की।
15 दिसंबर की रात हसायन के गांव अजगरा में बदमाशों ने एक दलित परिवार के घर धावा बोला था। परिवार के लोगों का कहना है कि लूटपाट करने के साथ-साथ बदमाशों ने घर की तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई मगर आरोप है कि पुलिस ने चोरी में रिपोर्ट दर्ज कर ली। एक आरोपी को उन्होंने पहचान लिया था, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की। यही नहीं ज्यादा जोर देने पर एसओ हसायन ने साधारण धाराओं में युवक को जेल भेज दिया। हसायन पुलिस के सुनवाई न करने पर 2 फरवरी को परिजन अलीगढ़ में डीआइजी से मिले थे। इस दौरान अलीगढ़ के भाजपा नेता भी उनके साथ थे। डीआइजी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस अधीक्षक पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे तथा कार्रवाई का आश्वासन दिया था। पूर्व एसपी ने मामले की विवेचना क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी थी। क्राइम ब्रांच मामले की छानबीन में जुटी हुई है। गुरुवार को परिवार के लोग ग्रामीणों के साथ नए पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे। इस दौरान भाजपा नेता भी मौजूद रहे। घर के मुखिया ने एसओ हसायन व सीओ सिकंदराराऊ पर गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये लोग उन्हें आश्वस्त करते रहे कि मामला तरमीम हो जाएगा। परिजनों ने एसओ हसायन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया। एसपी ने कहा कि वे पूरे मामले को समझेंगे तथा उन्हें हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा। एसपी ने कहा कि मामला तरमीम कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।