जिले भर में बारिश संग ओलावृष्टि
जागरण संवाददाता, हाथरस : मंगलवार को मौसम ऐसा बदला कि हर किसी को स्तब्ध कर गया। अचानक घिरे बादलों
जागरण संवाददाता, हाथरस : मंगलवार को मौसम ऐसा बदला कि हर किसी को स्तब्ध कर गया। अचानक घिरे बादलों ने तेज बारिश के साथ ओले भी बरसाए। इससे आलू व गेहूं के किसान कराह उठे हें क्योंकि गत वर्ष कुदरत का कहर उन पर जमकर बरपा था।
पिछले दो-तीन दिन से मौसम में बदलाव की आहट मिल रही थी। मंगलवार की सुबह काले बादल घिर आए। ठंडी हवाएं चलीं और सुबह साढ़े दस बजे के करीब पूरे जिले में तेज बारिश शुरू हो गई। हाथरस, सादाबाद, बिसावर, मुरसान, कुरसंडा, सहपऊ समेत अनेक इलाकों में हल्की ओलावृष्टि भी हुई। किसानों का कहना है कि हल्की ओलावृष्टि से भी फसल खेत में बिछ गई तो उन्हें काफी नुकसान हो सकता है।
बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई। नालियों का गंदा पानी सड़कों पर आ गया, क्योंकि सफाई न होने से नालियां पहले ही गंदगी से अटी पड़ी हैं। इस ओर भी ध्यान देकर सफाई कराई जानी चाहिए, ताकि जलभराव की समस्या से स्थायी निदान मिल सके।
इनका कहना है
मौसम बदल रहा है। ऐसे में बारिश में भीगने के साथ सर्द हवाओं से भी बचा जाए। बच्चों व श्वास के रोगियों के प्रति सावधानी बहुत जरूरी है, क्योंकि तनिक सी लापरवाही घातक बन सकती है। इस मौसम में बच्चों को आइसक्रीम से दूर रखा जाए।
डॉ.आरवी ¨सह, वरिष्ठ चिकित्सक।
इनसेट-
कहां है रैन बसेरा
हाथरस : सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में ओलावृष्टि व बारिश के साथ ही शीतलहर का प्रकोप है। ऐसे में न तो अभी तक रैन बसेरा ही स्थापित हो सका है और न ही इस ओर कोई प्रयास किए गए हैं। जिला अस्पताल में रैन बसेरा अतिक्रमण की चपेट में है। यहां का प्रबंध तंत्र भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
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कब जलेंगे अलाव
हाथरस : शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया है मगर प्रशासन व पालिका ने शहर से लेकर देहात तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं कराई है। रात में रिक्शा वाले या फिर स्टेशन व बस स्टैंड पर रात बिताने वाले कूड़ा आदि जलाकर ठंड से बचाव का प्रयास करते हैं।
आकाशीय बिजली से
मामा-भान्जे झुलसे
सिकंदराराऊ : बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से थाना हसायन क्षेत्र के गांव नगला मांधाती में मामा-भान्जे झुलस गए। धु्रव (20) पुत्र नेत्रपाल व मोनू (21) (मामा-भान्जे) निवासीगण गांव नगला मांधाती मंगलवार की दोपहर खेतों पर कार्य कर रहे थे, तभी बारिश शुरू हुई तो दोनों एक पेड़ के नीचे आकर बैठ गए। वहां आकाशीय बिजली गिरने से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये। परिजनों को पता चला तो वे मौके पर पहुंचे और घायलों को नगर के एक निजी चिकित्सक के ले आए, जहां हालत गंभीर होने पर चिकित्सक ने इलाज से इनकार कर दिया। परिजन उन्हें लेकर अलीगढ़ ले गए।