ससुरालियों ने कार्रवाई से बचने को दिया फर्जी चेक
संवाद सहयोगी, हाथरस : संदिग्ध परिस्थिति में विवाहिता की मौत के बाद ससुरालियों ने कार्रवाई से बचने के
संवाद सहयोगी, हाथरस : संदिग्ध परिस्थिति में विवाहिता की मौत के बाद ससुरालियों ने कार्रवाई से बचने के लिए मायके वालों को फर्जी चेक थमा दिया था। सुसुरालियों ने मृतका के बच्चों के नाम पर दस लाख रुपये के तीन चेक दिए थे। चेक फर्जी होने की जानकारी पर लड़की के पिता व भाई के पैरों तले से जमीन खिसक गई। पीड़ित परिवार ने थाने में सूचना दी है।
सीयल खेड़ा के रहने वाले गो¨वदराम ने तीन साल पहले अपनी बेटी मीना की शादी गांव जोगीपुरा निवासी राघवेंद्र से की थी। शादी के बाद मीना के एक बेटा व एक बेटी हुई। शादी के बाद सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था। भाई जगदीश के अनुसार दीपावली वाले दिन 11 नवंबर की सुबह उन्हें सूचना मिली की मीना की मौत हो गई है। जगदीश के अनुसार वह अपने पिता व भाई के साथ बहन की ससुराल पहुंचे। वहां ससुरालियों ने बताया कि मीना की बीमारी के चलते मौत हुई है। मायके वालों ने मीना के ससुरालियों को ही उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराया। जगदीश ने कोतवाली हाथरस गेट पहुंचकर मामले की शिकायत कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। बाद में मायके वालों व ससुरालियों में समझौता हो गया। जगदीश के अनुसार उन्हें बहन के दोनों बच्चों के भविष्य की ¨चता थी। ससुरालियों ने बच्चों की अच्छी परवरिश का आश्वासन दिया तथा बच्चों के नाम पर तीन चेक काटकर दिए थे। बेटे कोशलेंद्र (2) के नाम तीन-तीन लाख रुपये के दो चेक तथा बेटी चुन्नू (9 माह) के नाम चार लाख रुपये का एक चेक दिया था। चेक मिलने के बाद मायके वाले आश्वस्त हो गए थे।
विवाद की स्थिति को देखते हुए हाथरस गेट पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया था तथा लिखित शिकायत न मिलने पर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। घटना के कुछ दिन बाद लड़की के पिता व भाई को पता चला कि ससुरालियों ने फर्जी चेक काटकर दे दिए थे। मंगलवार को जगदीश शिकायत करने कोतवाली हाथरस गेट पहुंचे। उन्होंने बताया कि बहन के ससुरालियों ने उनकी अनपढ़ता का लाभ उठाया। हाथरस गेट प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि महिला का पीएम कराया गया था। परिजनों ने यदि फिर से शिकायत की है तो जांच कराई जाएगी।
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