तनाव में कर रहा हूं आत्महत्या
भतीजे मनोज ने पढ़कर सुनाया सोसाइड नोट। लिखा है श्रीमान जी, मेरे घर पर 31 जुलाई 2015 को महिला दरोगा,
भतीजे मनोज ने पढ़कर सुनाया सोसाइड नोट। लिखा है श्रीमान जी, मेरे घर पर 31 जुलाई 2015 को महिला दरोगा, एक पुरुष दरोगा तीन-चार सिपाही आए। सिपाही सादा कपड़े में थे। घर की तलाशी ली। बक्से को तोड़कर तीन लाख रुपये नगद, सोने की चार चूड़ी, एक जंजीर, एक हार निकाल लिए और बोले कि माइल्ड फेट का काम कर रहा है, चल थाने। मैंने काफी अनुनय किया कि सात माह से कारोबार बंद है। मेरा बेटा चाट-पकोड़ी की ढकेल लगा रहा है। इसके बाद भी अभद्रता की और थाने ले आए। जहां एसओ ने 25 हजार रुपये की डिमांड की। मेरे पास पैसा नहीं था। शाम को एक सिपाही मेरे साथ भेजा, जिसका मोबाइल नंबर 8864854108 है। मैंने पीएनबी बैंक के एटीएम से छह हजार रुपये निकाले और चार हजार बेटे से लेकर दस हजार रुपये दिए। तब मुझे छोड़ा गया और पांच हजार रुपये दूसरे दिन दिए जाने की बात कहते हुए हिदायत दी कि यदि रुपये नहीं दिए तो जेल भेज दूंगा। श्रीमान जी मेरे पास पैसे हैं नहीं। एसओ बुला रहे हैं, पैसे मांग रहे हैं। मैं कहां से उन्हें पैसे दूं। सात महीने से कारोबार भी बंद पड़ा है। ये बात कई बार मैं कह चुका हूं? इसके बाद भी तंग किया जा रहा है। मैं तनाव में हूं इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं..।
गोपाल बघेल
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डीएम के सामने पत्नी ने लगाए आरोप
हाथरस: जिला अस्पताल में आए डीएम शमीम अहमद खान के सामने गोपाल बघेल की पत्नी सुशीला देवी व बेटे विश्नू का आरोप लगा रहे थे कि हाथरस गेट के सिपाहियों ने बहुत तंग कर दिया था। जब लाइसेंस है तो फिर किस बात के पैसे?
जिला अस्पताल में पत्नी सुशीला देवी का कहना था कि वह तो गाय चराने गए थी। तभी उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो वह अपने बेटे विश्नू के साथ जिला अस्पताल में आयी। यहां से उनके पति गोपाल बघेल को अलीगढ़ रेफर कर दिया है। ये सब हाथरस गेट पुलिस की वजह से हुआ है, मुझे न्याय दिलाओ...
इनका कहना है
थाना हाथरस गेट पुलिस पर सीधे आरोप लग रहा है। मामला बहुत ही गंभीर है। गहना से जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई होगी।
-डा. एस चन्नप्पा, एसपी, हाथरस