'इंद्रधनुष' की सफलता को दिए टिप्स
संवाद सहयोगी, हाथरस : बाल विकास परियोजना शहर इकाई की यहां पुरानी कलक्ट्रेट में जिला कार्यक्रम अधिकार
संवाद सहयोगी, हाथरस : बाल विकास परियोजना शहर इकाई की यहां पुरानी कलक्ट्रेट में जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई मिशन इंद्रधनुष योजना के प्रभावी कार्यान्वयन की रणनीति पर विचार विमर्श हुआ। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को अभियान की सफलता के टिप्स दिए।
टीकाकरण अभियान के तहत जिला कार्यक्रम अधिकारी विजेंद्र ¨सह ने कहा कि पोषण मिशन के तहत यह अभियान वर्ष 2020 तक चलेगा, जिसमें प्रति वर्ष चार माह तक सात से 14 तारीख तक विस्तृत टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसमें बच्चों को सात जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे। इसीलिए इसका नाम इंद्रधनुष के सात रंगों पर रखा गया है। इसमें आंगनबाड़ी, एएनएम व आशा की मुख्य भूमिका रहेगी। साफ निर्देश हैं कि कोई भी बच्चा टीकाकरण से नहीं छूटना चाहिए। बाल विकास व स्वास्थ्य महकमा एक दूसरे के पूरक हैं। दोनों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है।
एसीएमओ डा.संतोष कुमार ने कहा कि पोषण मिशन योजना बाल व मातृ मृत्यु दर में कमी के लिए चलाया जा रहा है। इसमें आंगनबाड़ी की भूमिका अहम है। सभी बहनों को पूरा सहयोग कर कार्यक्रम को सफल बनाना है। डा.सौरभ ने भी मिशन इंद्रधनुष पर जानकारी दी। अंत में डीपीओ आनंद श्रीवास्तव ने सभी आंगनबाड़ी से प्रदेश सरकार की इस महत्वपूर्ण कड़ी में पूरा सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम में सुपरवाइजर इंद्रा गौतम व मनोरमा अग्रवाल का सहयोग रहा। कार्यक्रम में शहर परियोजना की तमाम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भाग लिया।
जगह भी पड़ गई कम
मिशन इंद्रधनुष योजना के लिए बुलाई गई बैठक में बैठने की जगह भी कम पड़ गई। परियोजना में कुर्सियों तक का टोटा रहा। एकमात्र फर्श होने से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जमीन पर बैठने को विवश होना पड़ा। धूप अलग से परेशान कर रही थी, लेकिन इसकी ¨चता किसी को नहीं थी। डीपीओ ने इस मामले में फर्श व कुर्सी की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दिए। ताकि भविष्य में इस तरह की दिक्कत न हो।