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रुपयों की खातिर दोस्त बने दुश्मन

संवाद सहयोगी, हाथरस : कुछ वर्ष पहले तक साथ काम करने वाले दोस्त अचानक रुपयों के लिए एक दूसरे की जा

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 12:17 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 12:17 AM (IST)
रुपयों की खातिर दोस्त बने दुश्मन

संवाद सहयोगी, हाथरस : कुछ वर्ष पहले तक साथ काम करने वाले दोस्त अचानक रुपयों के लिए एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए। ठेकेदारी के काम में एक दोस्त ने दगा किया, जिसके चलते दोस्ती में दरार पड़ी हुई। रुपयों को लेकर हुआ विवाद खूनी रंजिश में बदल गया, जिसमें दो भाइयों की जान चली गई।

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मुरसान में शनिवार की सुबह हुए घटनाक्रम ने सभी को हिला कर रख दिया। अधिवक्ता मुकेश ठेनुआ व उनके बड़े भाई लवलीश को गोलियों से भून दिया गया। मुकेश की पत्नी सुनीता देवी ने वीरू व उसके तीन भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मुकेश के करीबियों के अनुसार कुछ वर्ष पहले तक मुकेश व वीरू मध्यप्रदेश में बिजली की ठेकेदारी करते थे। दोनों साथ काम करते थे। अधिकतर काम वीरू ही देखता था तथा मुकेश ठेनुआ जिला न्यायालय पर प्रेक्टिस करते थे। वे कभी-कभी काम देखने के लिए मध्य प्रदेश चले जाते थे। जानकारी के अनुसार वीरू ने काम में उन्हें धोखा दिया था। इसके चलते मुकेश ने साझेदारी खत्म कर दी थी तथा रुपये वापस करने को कह दिया था। लगभग डेढ़ लाख रुपये का बकाया बताया जा रहा है। पिछले दो वर्ष से वीरू उन्हें टाल रहा था। रुपयों के लेन-देन को लेकर ही शुक्रवार की रात लगभग 8.30 बजे फोन पर मुकेश व वीरू के बीच कहासुनी हुई थी। इसके बाद शनिवार की सुबह भी फोन पर नोक-झोंक हुई।

सुनीता देवी का आरोप है कि वीरू ने रुपयों का हिसाब करने का आश्वासन देकर उनके पति मुकेश को केशव के घर बुलाया था। मुकेश के साथ बड़े भाई लवलीश भी चल दिए। दोनों भाइयों के वहां पहुंचते ही ताबड़तोड़ फाय¨रग कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया।

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पलक झपकते ही बाजार हुए बंद

क्रासर

-ग्रामीणों के उग्र होने पर मुरसान के लोगों में मची खलबली

-दुकान बंद कर भागे लोग, राहगीरों को हुई परेशानी, दिखी दहशत

संवाद सहयोगी, हाथरस : दोहरे हत्याकांड के बाद मुरसान में बवाल शुरू होते ही दुकानों के शटर गिरने लगे। पलक झपकते ही सड़कों व बाजारों में सन्नाटा पसर गया। लोग दुकान बंद कर भागे खड़े हुए। लोगों ने पुलिस व राहगीरों से भी अभद्रता की। जाम के कारण भी लोगों को परेशानी हुई।

गोलियों की आवाज से दहला मुरसान ग्रामीणों के उत्पात से सहम गया। ग्रामीणों ने केशव के घर के नीचे बनी दुकान में तोडफ़ोड़ की तथा इसके बाद जाम लगाने के लिए टायर पंक्चर की दुकान को निशाना बनाया। हंगामे व आगजनी की खबर से मुरसान के लोग दहशत में आग गए। दुकानदारों ने शटर गिराने शुरू कर दिए। पलक झपकते ही एक के बाद एक सभी बाजार बंद हो गए। रेल पटरी होने के कारण पुलिस व लोगों को पथराव का भी डर था। बिलारी चौकी पर जाम लगाने के बाद लोगों ने कोतवाली के पास डीएम आवास रोड पर जाम लगाया व आगजनी की। इसके साथ ही डीएम आवास रोड व सादाबाद रोड भी जाम कर दिया। यहां पर पुलिस व प्रशासन ने हालात संभाला तो लोगों ने कोतवाली पर हंगामा किया। इस सबके बीच आम जन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हंगामे के कारण कलक्ट्रेट से रूट डायवर्ट कर दिया गया था। इसके कारण यहां भी जाम लगा रहा। मथुरा रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। अधिकारियों ने बमुश्किल यातायात सुचारु कराया। एक बार बाजार बंद होने के बाद दुकानदारों ने फिर दुकानें नहीं खोली। डरे-सहमे लोग अपने घरों से पूरे घटनाक्रम को देख रहे थे। लगभग चार घंटे तक सड़क से कोतवाली तक बवाल होता रहा। इससे मुरसान में तनाव के हालात बने रहे। बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की गई, तब हालात संभले।

दोहरे हत्याकांड से

वकील आक्रोशित

क्रासर-

-जिला अस्पताल व पोस्टमार्टम हाउस पर हुआ हंगामा, इंस्पेक्टर को हटाने की मांग

-डीआइजी से मिले, 24 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम

हाथरस : वकील व उनके भाई की हत्या के बाद वकील भी आक्रोशित हो उठे। जिला अस्पताल व पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा भी हुआ। अधिकारियों ने जैसे-तैसे स्थिति को संभाला। कोतवाली सदर में वकीलों ने डीआइजी से मिलकर तीन मांगें रखीं। वकीलों ने हड़ताल पर जाने की भी चेतावनी दी।

दोहरे हत्याकांड को लेकर शहर में भी आक्रोश नजर आए। अधिवक्ता मुकेश ठेनुआ व उनके भाई के शव आने की खबर पर दर्जनों वकील जिला अस्पताल पहुंच गए। घटना को लेकर वे भी आक्रोशित थे। यहां सीओ सिटी उत्तम ¨सह, सासनी एसडीएम संजय पांडेय व ओसी कलेक्ट्रेट एमपी ¨सह थे। एक सिपाही वहां की गतिविधियों को रिकार्ड कर रहा था। वकीलों ने इस पर आपत्ति दर्ज की और इसका विरोध किया। इस दौरान नोकझोंक भी हुई। एसडीएम व सीओ ने कैमरा बंद करा दिया तथा वकीलों को शांत किया। यहां हाथरस गेट, हाथरस जंक्शन व सासनी पुलिस मौजूद रही। शवों को पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया। एफआइआर दर्ज न होने के कारण पीएम में देरी हुई। इस देरी के कारण यहां भी हंगामा हुआ। पोस्टमार्टम न करने पर चिकित्सकों से भी नोकझोंक हुई। कोतवाली से कागज आने पर पीएम शुरू हो सका। वकीलों को समझाने में अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।

इससे पहले गुस्साए अधिवक्ताओं ने डीआइजी से मिलने की मांग रखी। अलीगढ़ से डीआइजी पहले कोतवाली पहुंचे। यहां अधिवक्ताओं ने घटना के प्रति रोष जताया। अधिवक्ताओं ने चारों आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने की मांग की। ऐसा न होने की स्थिति में सोमवार से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने व मुरसान कोतवाली प्रभारी को हटाने की मांग की। डीआइजी ने अधिवक्ताओं को आश्वस्त किया।

डीआइजी से मिले सादाबाद विधायक

हाथरस : सादाबाद सपा विधायक देवेंद्र अग्रवाल ने कोतवाली मुरसान में डीआइजी से मुलाकात की। इस दौरान जनपद के सभी अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। हंगामे की सूचना पर विधायक पोस्टमार्टम हाउस भी पहुंचे। दोहरे हत्याकांड के बाद सपा विधायक देवेंद्र अग्रवाल ने मुरसान पहुंचकर परिजनों को ढाढ़स बंधाया।

प्रदेश मे कायम जंगलराज

पूर्व ऊर्जा मंत्री व सिकंदराराऊ से बसपा विधायक रामवीर उपाध्याय ने पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। ढाढ़स बंधाया तथा आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। रामवीर ने कहा कि कोतवाली से महज दो सौ मीटर की दूरी पर यह घटना प्रमाण है कि प्रदेश में जंगलराज कायम है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी तथा मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। बसपा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के कोर्डिनेटर मनोज सोनी ने भी घटना की ¨नदा की है।


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