बेमौसम बारिश ने तोड़ दी किसानों की कमर
हाथरस : पहली मार्च से मौसम के तेवर बदलने के कारण बरसात व तेज हवाओं के कारण किसान तबाही के कगार पर है
हाथरस : पहली मार्च से मौसम के तेवर बदलने के कारण बरसात व तेज हवाओं के कारण किसान तबाही के कगार पर हैं।
दो दिन से लगातार हो रही बरसात के कारण जहां आलू के खेतों में पानी भर गया और खुदाई पूरी तरह से रुक गई, वहीं गेहूं की फसल भी तेज हवाओं के चलते बिछ गई है। खुदे आलू खेतों में पड़े हैं। किसान उन्हें अतिशीघ्र बोरों में भरकर शीतगृह तक पहुंचाने में जुटे हैं। खेतों में पानी भर जाने से किसान आलू की बेकदरी की उम्मीद पूरी तरह से मान रहे हैं। किसानों का मानना है कि यदि मौसम में परिवर्तन नहीं हुआ तो निश्चित रूप से उनकी फसल खराब हो जाएगी। फसल के खराब होने से वह पूरी तरह से बर्बादी के कगार पर पहुंच सकते हैं। बरसात न हो और तेज धूप भी न निकले तो निश्चित रूप से उनकी फसल से कुछ लाभ उन्हें पाने की उम्मीद बनी हुई है। वहीं गेहूं व सरसों के किसान भी परेशान हैं क्योंकि तेज हवाओं के कारण उनकी फसल पूरी तरह से खेतों में गिर गई है।