नजरें बदनाम परीक्षा केंद्रों पर
संवाद सहयोगी, हाथरस : यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर जिले के प्रशासनिक व शिक्षा विभाग के अफसर अब सच
संवाद सहयोगी, हाथरस : यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर जिले के प्रशासनिक व शिक्षा विभाग के अफसर अब सचेत हो गए हैं। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ऐसे 50 परीक्षा केंद्रों को चिह्नित किया गया है, जो नकल के लिए बदनाम रहे हैं और हर बार विभाग की फजीहत कराते हैं। ऐसे केंद्रों को रडार पर रखकर यहां अतिरिक्त फोर्स आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
यूपी बोर्ड की परीक्षा 19 फरवरी से शुरू होनी है। करीब 60 हजार परीक्षार्थी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में सम्मिलित होंगे। 136 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाएं सम्पन्न होनी हैं, जिसके लिए अब विभागीय अधिकारियों ने ऐसे विद्यालयों को चिह्नित किया है, जो पूर्व में नकल के लिए बदनाम रहे हैं। बता दें कि जिले के देहात क्षेत्रों में स्थित परीक्षा केंद्रों पर जमकर नकल कराई जाती है। नकल माफिया अपने चहेते परीक्षार्थियों को नकल कराने के लिए हर हथकंडे अपनाते हैं। केंद्र पर पथराव आदि की घटना कराकर केंद्र व्यवस्थापक को दबाव में ही क्यूं न लेना पड़े। बीते साल की बोर्ड परीक्षाओं में कई केंद्रों पर इस तरह की घटनाएं हुई थीं। परीक्षा के दौरान अवैध वसूली भी जमकर की गई थी। नयावांस में स्थित एक केंद्र पर तो संचालक ने छात्रों के संग मारपीट भी की थी, जब छात्रों ने पैसे देने की मना कर दिया। ऐसे कई परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील की सूची में शामिल किया गया है। इस बार परीक्षा से पूर्व ही जिला विद्यालय निरीक्षक जितेन्द्र कुमार मलिक ने अपनी रणनीति बना ली है। करीब 50 से अधिक परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और अति संवेदनशील की सूची में शामिल किया गया है। ऐसे परीक्षा केंद्र जो घनी आबादी के बीच बने हैं, रास्ता दूरूह है, अथवा दूर दराज के परीक्षा केंद्रों को सूची में शामिल किया गया है। ऐसे परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त पर्यवेक्षक रहेंगे। पुलिस फोर्स की भी अन्य केंद्रों की अपेक्षा व्यवस्था अधिक रहेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है। परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।
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परिषदीय शिक्षक भी
बनेंगे कक्ष निरीक्षक
क्रासर ---
-बेसिक शिक्षा अधिकारी से मांगी जाएगी शिक्षकों की सूची
-बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
हाथरस : यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए अब कक्ष निरीक्षक जल्द ही तय किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की ड्यूटी भी बतौर कक्ष निरीक्षक लगेगी।
बोर्ड परीक्षा में पहले शासन स्तर से कक्ष निरीक्षकों के आइकार्ड बनकर आ रहे थे, लेकिन परीक्षा से ऐन वक्त पहले यह योजना खटाई में पड़ गई। शासन की मंशा थी कि फर्जी कक्ष निरीक्षकों से निपटने के लिए यह व्यवस्था की जा रही थी, लेकिन इस साल इसको अमली जामा नहीं पहनाया जा सका। अब जिला स्तर पर ही कक्ष निरीक्षकों के नाम फाइनल होने हैं। इसके लिए समस्त प्रधानाचार्यों से अपने-अपने विद्यालयों के शिक्षकों की सूची मांग ली गई है। 136 केंद्रों पर परीक्षा कराने के लिए करीब ढाई हजार कक्ष निरीक्षकों की आवश्यकता है। माध्यमिक विद्यालयों के अलावा बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक बनाया जाएगा। इसके लिए अब जल्द ही बीएसए देवेन्द्र गुप्ता से शिक्षकों की सूची जिला विद्यालय निरीक्षक मांग सकते हैं।