-खाल को देख भड़के लोग, हंगामा
फोटो- 28-29 क्रासर- -सहपऊ में फिर दौड़े पुलिस अफसर -टीम ने खाल का नमूना लेकर जांच को भेजा
फोटो- 28-29
क्रासर-
-सहपऊ में फिर दौड़े पुलिस अफसर
-टीम ने खाल का नमूना लेकर जांच को भेजा
-नामजदों गिरफ्तारी न होने पर भड़का आक्रोश, नारेबाजी
-पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाया अभद्रता का आरोप
संवाद सहयोगी, सहपऊ: गोकशी के बाद गांव गुतहरा खाल को लेकर बुधवार को फिर आक्रोश भड़क गया। लोगों ने जमकर हंगामा करते हुए कार्रवाई की मांग की। सूचना पर सहपऊ व सादाबाद की पुलिस आ गई। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया। हालांकि खाल का नमूना जांच के लिए भेजा है। ग्रामीणों ने आरोपियों को बंदी बनाए जाने की मांग की है।
ज्ञात हो कि विगत दिनों गांव गुतहरा में आवारा घूम रही गाय को चोरी के बाद काट दिया था। इसे लेकर भी हंगामा हुआ। थाने का घेराव करते हुए कार्यवाही की मांग की जा चुकी है। बुधवार की दोपहर को प्रमोद शाह के खेत में कुछ कुत्ते नजर आए। जब ग्रामीण पहुंचे तो वहां पर खाल नजर आयी। ग्रामीणों ने इसे बमुश्किल छुड़ाया। इस पर मिट्टी लगी थी। ग्रामीणों का कहना है कि खाल को खेत में ही शायद दफन किया था जिसे कुत्ते खींच लाए। इस बात की जानकारी होते ही हिन्दूवादी एकत्रित हो गए। साथ ही उन्होंने नारेबाजी करते हुए हंगामा काटा।
खाल को लेकर हंगामे की जानकारी पर सहपऊ व सादाबाद का भी फोर्स दौड़ दिया। साथ ही इन लोगों का समझाया। ग्रामीणों का कहना था कि तहरीर के बाद भी पुलिस ने आज तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन दिया जा रहा है। जिस कारण लोगों के हौंसले के बुलंद हो रहे हैं। मौके पर आए डिप्टी सीवीओ व सहपऊ के पशु चिकित्सक डा. मनोज कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने खाल का नमूना लेते हुए उसे परीक्षण के लिए भेजे जाने की बात कही। दूसरी ओर ग्रामीणों ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर अभद्रता व धमकाने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि ये लोग खाल मांग रहे थे, जिसे मौके पर सील कराने व कार्रवाई की मांग को सुनकर ये लोग भड़क गए। बाद में मीडिया की जानकारी पर ये लोग वहां से चले गए। ग्रामीणों का कहना है कि सब मामले में शीघ्र ही कार्रवाई की जाए। वरना आन्दोलन किया जाएगा, क्योंकि गायों की चोरी कर उन्हें काटने की घटनाएं आए दिन हो रही है। इस हंगामे को लेकर पुलिस भी अलर्ट है। साथ ही गांव पर पूरी निगाह रखी जा रही है।
-नीरज सौंखिया