मुकदमा दर्ज होने से अटक गईं सांस
संवाद सहयोगी, हाथरस : मथुरा जेल में गैंगवार के बाद यहां शहर में अफवाह फैलाने व बाजार बंद कराने के
संवाद सहयोगी, हाथरस : मथुरा जेल में गैंगवार के बाद यहां शहर में अफवाह फैलाने व बाजार बंद कराने के मामले में पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, अब राजेश के गुर्गे कार्रवाई से बचने के लिए छटपटा रहे हैं। नेताओं की चौखट पर जा रहे हैं। पुलिस तक सिफारिशें पहुंचने लगी हैं।
मथुरा में गैंग वार के बाद शहर में अचानक दुकानों के शटर गिरने लगे थे। देखते ही देखते पूरा शहर बंद हो गया। तब ये अफवाह उड़ी थी कि शहर में राजेश को गोली लगी। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि राजेश समर्थकों ने जबरन बाजार बंद कराया था। उसी रात पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था और पांच की गिरफ्तारी की थी। इन पर व्यापारियों पर जानलेवा हमला करने व दहशत फैलाने का आरोप लगाया है। बाद में इस मामले में एक अधिवक्ता के भाई का नाम बढ़ाया गया। इसके कुछ दिन बाद पुलिस ने चार युवकों को इसी मामले में जेल भेजा जो मथुरा से लाए गए थे। इन चारों में एक युवक अधिवक्ता का मुंशी है जिसे जेल भेजने पर कोतवाली पुलिस को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था।
पुलिस अब तक नौ आरोपी जेल भेज चुकी है और नौ ही शेष हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद से यह लोग फरार चल रहे हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए ज्यादा हाथ पैर नहीं मार रही है।
पुलिस के शांत होने के बाद अब आरोपियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए जुगाड़ लगानी शुरू कर दी है। इसके लिए नेताओं व अन्य सक्षम लोगों से संपर्क साध रहे हैं।
अब तक राजेश से नाम जुड़ने पर ये लोग फख्र महसूस करते थे मगर अब स्थिति उलट है। एक ही एफआइआर ने इन लोगों के हौसले पस्त कर दिये हैं। कहा जा रहा है कि इनमें से एक की सिफारिश शहर के चर्चित व्यक्ति ने कोतवाली पुलिस से की है।
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