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ठंड ने ली गरीब की जान

संवाद सहयोगी, हाथरस : पुरदिलनगर में आर्थिक तंगी से जूझते राम रतन कुशवाह शासन प्रशासन से मदद की गुहार

By Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 12:42 AM (IST)Updated: Sat, 20 Dec 2014 12:42 AM (IST)
ठंड ने ली गरीब की जान

संवाद सहयोगी, हाथरस : पुरदिलनगर में आर्थिक तंगी से जूझते राम रतन कुशवाह शासन प्रशासन से मदद की गुहार करता रहा मगर उसका दु:ख दर्द न तो किसी राजनेता ने सुना, न ही किसी अधिकारी ने। भुखमरी से जूझ रहा रामरतन शीतलहर नहीं झेल सका। गुरुवार की शाम ठंड की चपेट में आने से मौत हो गई।

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राम रतन कुशवाह मूल रूप से पुरदिलनगर का निवासी था, उसके पास जीवकोपार्जन के लिए जमीन नहीं थी। उसका एक छोटा सा मकान था जो दस बारह वर्ष पहले पत्‍‌नी के इलाज के दौरान बिक गया था। पत्‍‌नी भी नहीं बच सकी थी।

गरीब रामरतन के पास न तो सिर छुपाने की जगह थी और न तीन बच्चों के पेट भरने का जरिया। कुछ दिन उसने मूंगा-मोती की भट्ठी पर मजदूरी कर जैसे तैसे समय काटा था। कस्बे के रहने वाले हरप्रसाद कुशवाह ने गरीब को अपनी मढ़ैया में सिर छिपाने की जगह दे दी थी। मूंगा-मोती का व्यवसाय चौपट होने से रामरतन को मजदूरी मिलना बंद हो गई। वह रोजी-रोटी के लिए दर-दर भटकने लगा। बच्चे मांग मांग कर अपना पेट भरने लगे। बताया जाता है कि इस बीच राम रतन ने राजनेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों के यहां कई बार चक्कर लगाए लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी।

किया था आत्मदाह का प्रयास

लोगों ने बताया कि पूर्व ऊर्जामंत्री रामवीर उपाध्याय ने जब पुरदिलनगर में चुनाव के दौरान बिजली घर का शिलान्यास किया था, उस दौरान गरीब रामरतन ने आत्मदाह का प्रयास किया था। वह चाहता था कि उसकी मदद की जाए मगर तब भी किसी ने उसकी मदद नहीं की थी।

गरीबी और भुखमरी से जूझ रहा राम रतनलाल शीत लहर नहीं झेल सका, गुरुवार को उसके प्राण पखेरू उड़ गए। उसके छोटे-छोटे तीन बच्चे लोकेश, खूब सिंह, चन्द्रपाल है जिनका भविष्य अब अधर में है कि उनका पालन पोषण कैसे होगा।

सिर्फ दो कंबल

जब इस बाबत उपजिलाधिकारी एनपी पांडेय से बात की गयी तो उन्होंने इस घटना से अनभिज्ञता प्रकट की। फिर कहा कि वह कानूनगो को भेज कर पता लगाएंगे कि क्या स्थिति है।

जब कानूनगो फौरन सिंह से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार को रामरतन के घर गए थे। वहां आसपास लोगों ने बताया कि राम रतन बीमार रहता था। फिलहाल उसके बच्चों के लिए दो कंबल दे कर आए हैं। अपनी रिपोर्ट एसडीएम को दे दी है। बाद में एसडीएम से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन स्विच आफ मिला।

प्रशासन असंवेदनशील

पुरदिलनगर : भाजपा महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष मंजूलता कुशवाह ने कहा कि एक गरीब सर्दी की भेंट चढ़ चुका है लेकिन प्रशासन ने सुध नहीं ली। उन्होंने ठंड के शिकार हुए रामरतन कुशवाह के अनाथ बच्चों को आर्थिक मदद देने की जिलाधिकारी से मांग की है। उनका कहना है कि शीत लहर का प्रकोप से यहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कस्बे के मुख्य स्थानों पर अलाव जलवाए जाएं।

कस्बे के लोगों का कहना है कि राम रतन की मौत को बीमारी से हुई मौत बताकर प्रशासन अब अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है। उसके बच्चों को सिर्फ दो कंबल की मदद देकर प्रशासनिक अधिकारी असंवेदनशीलता का परिचय दे रहे हैं।


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