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मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना

संवाद सहयोगी, हाथरस : जिलाधिकारी शमीम अहमद खान ने कहा कि प्रदेश शासन अल्पसंख्यकों के कल्याण और सर

By Edited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 07:10 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 07:10 PM (IST)
मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना

संवाद सहयोगी, हाथरस : जिलाधिकारी शमीम अहमद खान ने कहा कि प्रदेश शासन अल्पसंख्यकों के कल्याण और सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है। अल्पसंख्यकों को सुदृढ़ बनाने, उनके राष्ट्रीय, जातीय, सांस्कृतिक, धार्मिक अधिकारों एवं अस्तित्व की रक्षा तथा उनकी पहचान के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 18 दिसम्बर 1992 में घोषणा की। तभी से प्रतिवर्ष 18 दिसम्बर को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि संविधान में सभी को समानता का अधिकार मिला है। उन्होंने सभी धर्मों का सम्मान करने पर जोर देते हुए इंसानियत का पैगाम जन-जन तक पहुंचाने पर जोर दिया।

मतभेद और समाज को बांटने के कार्य को इंसानियत के खिलाफ बताते हुए शेर सुनाया-'गैरों को क्या पड़ी है कि रुसवा करे मुझे, इन साजिशों में हाथ किसी आशना का है।' उन्होंने इस मौके पर लोगों से अपील की कि वह धर्म, जाति, वर्ग के भेदभाव को त्यागकर एकजुट होकर अपने मुल्क को तरक्की के मुकाम पर पहुंचाने और समाज में अमनचैन का माहौल कायम रखने के लिए अहम योगदान दें। अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए संचालित जन कल्याणकारी, रोजगारपरक योजनाओं की जानकारी दी। इसके लिए जरूरतमंदों को इसका लाभ दिलाने पर जोर दिया।

कार्यक्रम में मोहम्मद तारिक, फजलुर्रहमान, फादर दिनेश कुमार सहाय, फादर एन पाल तथा फादर टीएन जोन्स ने कहा कि सभी धर्म लोगों को बेहतर इंसान बनने का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि सभी धर्म सच्चाई और समाज को जोड़ने का रास्ता दिखाते हैं। मोहम्मद फुरकान नदवी ने कहा कि समाज में धर्म और मजहब के नाम पर नफरत फैलाने वाले लोग मजहबी नहीं बल्कि देश और समाज के दुश्मन होते हैं। उन्होंने ऐसे समाजविरोधी लोगों से सावधान रहने और मजलूमों की मदद करने की सलाह देते हुए इंसानी दिवस मनाए जाने की जरूरत पर बल दिया।

वरिष्ठ पत्रकार लालता प्रसाद जैन, उमाशंकर जैन, ज्ञानी हरपाल ¨सह, शहनाज सिद्दीकी, ब्लाक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय ने परसारा में सभी धमरें के लोगों द्वारा एक दूसरें के धमरें का सम्मान करने तथा सभी धार्मिक त्योहारों को मिलजुल कर मनाने की जानकारी देते हुए गांव को मिसाल बताया। मुरसान चेयरमैन देशराज ¨सह ने सभी लोगों से धर्म और जाति के भेदभाव से दूर रहकर अपने जनपद, प्रदेश और देश की तरक्की के लिए कार्य करने को कहा।

गोष्ठी में प्रभारी सीडीओ उग्रसेन पाण्डेय, एसडीएम बृजकिशोर दुबे, डीपीआरओ जगदीश राम गौतम, डीआइओएस जेके मलिक, बीएसए देवेन्द्र गुप्ता, सीवीओ डा. डीके शर्मा, बीएसए रामप्रवेश, विकास भवन के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राम ¨सह आदि मौजूद थे।


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