प्रेस क्लब ने लाहिड़ी की पुण्यतिथि मनायी
हाथरस : जब-जब देश और समाज के लिए समर्पण और पत्रिकारिता को खून से सींचने की बातें आएंगी तो राजेंद्रना
हाथरस : जब-जब देश और समाज के लिए समर्पण और पत्रिकारिता को खून से सींचने की बातें आएंगी तो राजेंद्रनाथ लाहिड़ी का नाम प्रथम पंक्ति में गिना जाएगा। वह आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका दिखाया गया मार्ग हमारे लिए पथप्रदर्शक बना हुआ है।
यह उद्गार हाथरस प्रेस क्लब के अध्यक्ष बीएस जैन ने लाहिड़ी की पुण्यतिथि पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 1927 में 17 दिसंबर को ही पत्रकार राजेंद्रनाथ लाहिड़ी को गोंडा जिले के कारागार में गोरों ने फांसी दे दी थी। उन्होंने बंगवाड़ी, शंख व हस्तलिखित अग्रदूत पत्रिका का संपादन करते हुए पत्रकारिता के मिशन को देश के लिए आगे बढ़ाया था। सचिव संजय दीक्षित ने कहा कि आज पत्रिकारिता के क्षेत्र में भले ही परिवर्तन हो रहा है, लेकिन देश व समाज के लिए हमें राजेंद्रनाथ लाहिड़ी जैसे क्रांतिकारी पत्रकारों से नसीहत लेने की आवश्यकता है। सह सचिव रतन गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए लाहिड़ी के पदचिह्नों पर चलने की अपील की। उपाध्यक्ष कृष्णबिहारी शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गिरीश गुप्ता ने भी लाहिड़ी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर मुख्य रूप से नीरज सौंखिया, कमल वाष्र्णेय, डा.कैलाश बिहारी गौड़, भूवेंद्र सेंगर, कैलाश पौनियां राजकुमार वाष्र्णेय, प्रशांत कौशिक, रवि शर्मा, जमीरखान उर्फ बबलू, सूरज मौर्या, दिनेश, नरेश, सम्मी गौतम, संजीव गोयल, रामकुमार, अनील दीक्षित, सुनील, सुमित शर्मा, ठा.राघवेंद्र प्रताप ¨सह, नवीन कुलश्रेष्ठ, बसंत गर्ग, ललित कौशिक, पीयूष उर्फ बब्बू आदि मौजूद थे।