भगवान राम के वनवास की सुनाई कथा
हाथरस : नगला चौबे स्थित श्री शिव शक्ति माता मंदिर पर चल रही श्रीराम कथा में आचार्या शकुंतला शर्मा ने
हाथरस : नगला चौबे स्थित श्री शिव शक्ति माता मंदिर पर चल रही श्रीराम कथा में आचार्या शकुंतला शर्मा ने श्री राम के वनवास की कथा सुनाई।
आचार्या ने कहा कि कुसंग के कारण केकई की बुद्धि नष्ट हो गई। कुसंग के कारण पति, पुत्र व प्राण त्यागने को तैयार हैं। केकई ने पूछा मंथरा मुझे क्या करना चाहिए, तो मंथरा झट से बोली, रानी आपको याद है कि महाराज दशरथ पर पहले से ही आपके दो वरदान उधार हैं। आज उन दोनों को ही मांग लीजिए। पहले में भरत को अयोध्या का राज सिंहासन और दूसरे में राम को चौदह वर्ष का वनवास। ऐसा कहकर मंथरा ने रानी को कोप भवन में जाकर त्रिया चरित्र दिखाकर अपनी बात मनवाने की युक्ति बता दी। इस प्रकार कुसंग के कारण केकई को भवन में जाकर वस्त्र व आभूषण उताकर पृथ्वी पर लेट गई आदि का विस्तार से वर्णन किया।