लड़की से मारपीट पर घेरा थाना
संवाद सहयोगी, हाथरस : गांव सोखना में लड़की से मारपीट पर ग्रामीण उग्र हो गए। लड़की के भाइयों ने आरोपी पक्ष के युवकों की पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्ष के लोगों को थाने ले आई। लड़की के भाइयों को पकड़ने पर ग्रामीणों ने थाना घेर लिया और जमकर हंगामा किया। यहां आरोपी पक्ष के लोगों की पिटाई भी कर दी गई। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने हालात पर काबू पाया।
धनीराम निवासी गांव सोखना का रुपयों को लेकर गांव के ही वीरेंद्र से सोमवार की शाम विवाद हो गया था। विवाद के चलते वीरेंद्र के बेटे ने धनीराम के साथ मारपीट कर दी थी। धनीराम के बचाव में उसकी बेटी शालू पहुंच गई। आरोप है कि वीरेंद्र के बेटे नहना उर्फ कुलदीप व पत्नी सुशीला देवी ने शालू के साथ मारपीट कर दी। लड़की व उसकी मां का आरोप है कि दोनों ने उसे बाल पकड़ कर खींच लिए और सड़क पर गिराकर पीटा। गांव के लोगों ने उन्हें बचाया। शालू व उसकी मां ने कोतवाली हाथरस गेट में शिकायत की थी। शिकायत पर वीरेंद्र को पकड़ भी लिया गया था, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। मारपीट की जानकारी पर लड़की के भाई अलीगढ़ से गांव आए। उन्होंने बहन के साथ मारपीट करने वाले युवक को पकड़ लिया और जमकर पिटाई की। मारपीट की सूचना पर गांव में पुलिस पहुंच गई तथा दोनों पक्षों के लोगों को थाने ले आई।
शालू के भाइयों को पकड़े जाने पर दर्जनों की संख्या में ग्रामीण थाने पर पहुंच गए। ग्रामीणों को थाने पर आरोपी युवक नहना का चाचा दिख गया। लड़की के परिजन व ग्रामीणों ने नहना के चाचा को थाने के बाहर बुरी तरह पीटा। बाद में ग्रामीणों ने थाना घेर लिया और जमकर हंगामा किया। एसओ नित्यानंद, एसएसआइ सरश चंद्र व अन्य दरोगाओं ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। मारपीट से बौखलाई शालू व उसकी मां ने थाने में मौजूद युवक की मां सुशीला की धुनाई कर दी। पुलिस ने हस्तक्षेप कर महिला को बचाया। सोमवार की मारपीट से आहत शालू थाने पर रोए जा रही थी। ग्रामीण वीरेंद्र व नहना को बाहर लाना चाह रहे थे, जिससे वे बदला ले सकें। सूचना पर सीओ सिटी विजेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए।
सीओ ने शालू व उसकी मां से बातचीत की तथा कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसओ नित्यानंद ने तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए। तब कहीं जाकर ग्रामीण थाने से हटे। आरोपी पक्ष के लोग पुलिस हिरासत में थे।
लड़की के चाचा
ने लिए थे रुपये
जानकारी के अनुसार मारपीट का शिकार हुई शालू के चाचा गुड्डू ने गाड़ी निकालने के लिए डेढ़ वर्ष पूर्व सुशीला देवी से कुछ रुपये उधार लिए थे। रुपये न लौटाने को लेकर सुशीला के पति वीरेंद्र व गुड्डू के भाई धनीराम में विवाद हुआ और मामला यहां तक तूल पकड़ गया।