मान गए किसान, अनशन तोड़ा
जागरण संवाददाता, हाथरस : उ.प्र. किसान सभा के बैनर तले 28 किसानों ने भूख हड़ताल शुरू कर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा। बाद में कलक्ट्रेट में भूख हड़ताल पर बैठे किसानों को एसडीएम सदर बृज किशोर दुबे ने फोन पर समझाने का प्रयास किया। किसानों के इंकार करने पर एसडीएम ने डीएम को मामले से अवगत कराया। डीएम के निर्देश पर एसडीएम रात्रि करीब आठ बजे कलक्ट्रेट पहुंचे और किसानों को पुन: समझाया। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंप दें। उसे सरकार को पहुंचा दिया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि किसानों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपकर धरना समाप्त कर दिया।
इससे पहले संयोजक शिवनंदन सिंह ने बताया था कि भूख हड़ताल तीन सिंतबर की सुबह 11 बजे तक चलेगी। उन्होंने वृद्ध महिला-पुरुषों को तीन हजार रुपये पेंशन देने, डा. स्वामी नाथन कृषि आयोग की सिफारिश लागू करने की मांग की थी। केंद्र सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन की मंशा का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि हाथरस को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए। बिजली-पानी की व्यवस्था ठीक की जानी चाहिए।
सभा में छीतर सिंह ने कहा था कि किसानों- मजदूरों की समस्याओं को लेकर पूरे देश में भूख हड़ताल की जा रही है। पूरन सिंह ने कहा कि अंग्रेजों के शासन से तो मुक्ति मिल गई, अब क्या हम अपना हक नहीं ले सकते हैं? सुखवीर सिंह, त्रिलोक चंद शर्मा ने किसान सभा की नीतियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर उदयवीर फौजी, डा. प्रेमशंकर दीक्षित, ओम चौधरी, चौधरी महेंद्र सिंह, श्रीराम, भवंरपाल सिंह, वीरेंद्र सिंह, रूपेंद्र कुमार, किशन स्वरुप, सौदान सिंह स्वामी, फतेह सिंह, जगवीर सिंह, रनवीर सिंह, महेश कुमार, लीलावती, किशन देवी, पुष्पा देवी, रामप्यारी मौजूद थे। संचालन अनूप ठाकुर ने किया।
भूख हड़ताल पर नरेन्द्र पाल, महेश, विरमा देवी, सावित्री, पुष्पा देवी, पूरन देवी, श्रीराम, देवीराम, शिवनंदन सिंह, छोटू, सुंदर सिंह, रामसिंह, रोहताश कुमार, वीर सिंह, कांति, महादेवी, राकेश कुमार, प्रेम शंकर दीक्षित, सौदान सिंह, उदयवीर सिंह, पूरन सिंह, रनवीर सिंह, सुखवीर सिंह, सुरेश चन्द्र, ओम चौधरी, फतेह सिंह, युवराज सिंह बैठे थे।