अंतत: एसडीएम सदर रिलीव कर दिए गए
संवाद सहयोगी, हाथरस : एसडीएम सदर धर्मेद्र कुमार को शनिवार को रिलीव कर दिया गया। उन्होंने कलक्ट्रेट के ओसी को अपना चार्ज सौंप दिया। इसी के साथ उनके ट्रांसफर रुकने की अटकलों पर विराम लग गया। एक सपा से जुड़ाव के कारण धर्मेद्र कुमार हमेशा विवादों में घिरे रहे।
कहा जा रहा है कि एसडीएम सदर धर्मेद्र कुमार को सपा के कद्दावर नेता के करीबी होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। रिश्तेदारी होने के कारण एसडीएम सदर सपा नेता को काफी तवज्जो देते थे। सपा का दूसरा खेमा इसी कारण एसडीएम सदर से खफा था। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी राजेश दिवाकर ने इन्हीं संबंधों को लेकर एसडीएम सदर की शिकायत चुनाव आयोग से की थी। शिकायतों की लंबी लिस्ट होने के कारण सादाबाद के विधायक देवेंद्र अग्रवाल भी धर्मेद्र कुमार के ट्रांसफर का प्रयास कर रहे थे। दोनों खेमों में काफी खींचतान चल रही थी।
21 अगस्त को धर्मेद्र कुमार का ट्रांसफर बलिया हो गया मगर वह रिलीव नहीं हुए। यहां चर्चा होने लगी कि उनका ट्रांसफर रुक जाएगा। इन अफवाहों के चलते सादाबाद के विधायक और ज्यादा सक्रिय हो गए और धर्मेद्र कुमार को रिलीव कराने के लिए जोर लगाने लगे थे।
शनिवार को एसडीएम सदर धर्मेद्र कुमार को रिलीव कर दिया गया। धर्मेद्र कुमार यहां एक वर्ष तक रहे। डीएम शमीम अहमद ने इनकी जगह ब्रजकिशोर दुबे को भेजा है। इधर बस्ती से एसडीएम सतेंद्र पांडेय का ट्रांसफर जिले में हो गया है। जल्दी ही उन्हें चार्ज दिया जाएगा।
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