Move to Jagran APP

डीआइओएस दफ्तर पर गरजे सैकड़ों शिक्षक

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 12:21 AM (IST)Updated: Sun, 31 Aug 2014 12:21 AM (IST)
डीआइओएस दफ्तर पर गरजे सैकड़ों शिक्षक

संवाद सहयोगी, हाथरस : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान शिक्षकों की समस्याओं का निस्तारण न होने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपा गया।

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ लगातार शिक्षकों के हितों की लड़ाई लड़ रहा है। कुछ दिन पहले ही शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन का एलान किया था। सुबह दस बजे ही शिक्षकों का आना कार्यालय पर शुरू हो गया। टेंट आदि लगाकर भाषण शुरू हो गए। शिक्षक संघ के सत्यभान गुप्ता, विजेन्द्र नाथ चतुर्वेदी, प्रेमचंद बघेल, योग्य प्रकाश वाष्र्णेय व जिला महामंत्री सूरज पाल ने धरना प्रदर्शन को सम्बोधित किया। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष प्रेमपाल सिंह मदनावत ने की। संचालन जिलामंत्री सूरज पाल सिंह ने किया। धरना प्रदर्शन में प्रांतीय नेतृत्व की 19 सूत्रीय मांगों को लेकर तथा स्थानीय समस्याओं को निस्तारित न होने पर विचार विमर्श किया गया। समस्याओं में चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान, वेतन निर्धारण, अवशेष, सामूहिक बीमा भुगतान आदि समस्याओं को जोर शोर से उठाया गया। धरना प्रदर्शन के बाद शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक जितेन्द्र कुमार मलिक को मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन सौंपा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने समस्याओं का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया। धरना प्रदर्शन के दौरान रमेश गौतम, सत्यभान गुप्ता, सतीश कुमार,यतेन्द्र कुमार, हेंमत शर्मा, प्रवीन कौशिक, ज्ञानेन्द्र यादव, राकेश यादव,यतेन्द्र कुमार,महेश चंद शर्मा,पूरन सिंह,अरूण शर्मा आदि उपस्थित रहे।

------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.