अब फिर टूटेगी वीरानी
जागरण संवाददाता, हाथरस : ब्रज क्षेत्र के प्रसिद्ध लक्खी मेला दाऊजी महाराज का आगाज इसी माह से होगा। ऐसे में एक माह के लिए फिर ये यहां की वीरानी टूटेगी। अधिकारियों को यहां पर अभी से ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि सफाई आदि का कार्य समय से कराया जा सके।
जानकारी के अनुसार भाद्र पक्ष में गणेश चतुर्थी से ब्रज के प्रसिद्ध लक्खी मेला दाऊजी महाराज की अनौपचारिक शुरुआत होती है। बल्देव छठ से मेला का शुभारंभ होता है। भाद्र पक्ष के आते ही इस मेले को लेकर तैयारियों का दौर शुरू होता है। इसके बाद पूरे किला परिसर में रौनक देखते ही बनता है। हालांकि यह मेला एक महीने का नहीं होता है लेकिन तैयारियों के चलते एक माह चहल-पहल रहती है। खेल तमाशे, झूला, वैरायटी शो, हलवा पराठा, खजला, सौंदर्य प्रसाधन आदि की दुकानें सजती हैं। मेले की तैयारियों को लेकर अभी से चहल-पहल शुरू हो रही है।
वैसे यहां पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से ही कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। जिसके कारण तैयारियां काफी पहले शुरू हो जाती है। इस बार गणेश चतुर्थी 29 अगस्त व बल्देव छठ 31 अगस्त को है। मेले के समाप्त होते ही यह परिसर खामोशी में डूब जाता है और फिर अनदेखी का शिकार होता है। यही कारण है कि मेला परिसर में गंदगी का अंबार लग जाता है। आसपास अतिक्रमण कर रहने वाले गोबर आदि को डाल देते हैं। इसकी साफ-सफाई पर ही बड़ी धनराशि खर्च हो जाती है, मगर पूरे साल व्यवस्था बनी रहे, इसकी ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
मेले की व्यवस्था पर ही लाखों रुपये खर्च होते हैं लेकिन अनदेखी का ही परिणाम है कि मुख्य मंच की हालत इस समय बद से बदतर है। अखाड़े की भी स्थिति भी किसी से छिपी नहीं है। इसी अखाड़े पर छह दिवसीय कुश्ती दंगल होता है, जिसमें देशभर से नामी पहलवान शामिल होते हैं। अखाड़ा परिसर की भी बड़ी अनदेखी होती है। यदि मेला के बाद शेष दिनों में भी ठीक से देखभाल होती रहे तो शायद मेला परिसर की दुर्दशा न हो और हर साल जो धन मरम्मत आदि पर खर्च होता है वह अन्य विकास पर भी व्यय हो सकता है।
मेला परिसर में सफाई शुरू
हाथरस : दाऊजी महाराज मेले में अभी से सफाई कार्य का शुरू हो गया है, ताकि परिसर में गंदगी न रह सके। लोगों ने खाई में लगे गंदगी के ढेर की भी सफाई कराने की मांग की है। मेला परिसर में गंदगी है, जहां पर कूड़े के ढेर लगे हैं। पालिका की ओर से ऊपर सफाई कार्य शुरू हो गया है। नियमित झाडू आदि भी लगाई जा रही है।