महासमर- दलित-मलिन बस्तियों में बांटी गई शराब
जागरण संवाददाता, हाथरस : मतदान से ठीक पहले बुधवार शाम शहर की मलिन व दलित बस्तियों में जमकर शराब का वितरण किया गया। पियक्कड़ शराब गटकने के बाद सड़क पर ही एक प्रत्याशी के समर्थन में नारेबाजी करते देखे गए। उधर, पुलिस व प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लग सकी।
लोकसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार का दौर थम चुका है, मगर प्रत्याशी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अभी भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे। चुनाव में गरीब व निम्न तबके को अपने पक्ष में करने के लिए शराब को सबसे कारगर हथियार माना जाता रहा है। लिहाजा, बुधवार शाम एक प्रत्याशी ने शहर की तमाम मलिन व दलित बस्तियों में जमकर शराब बंटवाई। देशी पीने वाले को देशी, अंग्रेजी पीने वाले को अंग्रेजी पिलाई गई। मुफ्त की दारू गटकने के बाद पियक्कड़ सड़कों पर गिरते-पड़ते प्रत्याशी के पक्ष में नारेबाजी करते दिखाई दिए। खास बात यह है कि आयोग और जिला प्रशासन की पूरी कोशिश है कि कोई प्रत्याशी मतदाताओं को किसी तरह का प्रलोभन देकर चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित न कर सके, मगर, पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के बाद अधिकारियों ने आशंका होने के बावजूद शराब वितरण पर नजर नहीं रखी, जबकि, हर चुनाव में मतदान से ठीक एक दिन पहले प्रत्याशियों की तरफ से दलित व मलिन बस्तियों में शराब व नकदी बांटे जाने के मामले सामने आते हैं।