महासमर-जनसंपर्क में हो जाती है सुबह से शाम
संवाद सहयोगी, हाथरस : समय से न दो वक्त का खाना नसीब होता है और न ही चैन से सोना। जनसंपर्क व टीम मैनेजमेंट में कब सुबह से शाम हो जाती है, पता ही नहीं चलता। अपने लिए क्या, परिवार के लिए भी कुछ पल निकालना मुश्किल होता है। बसपा प्रत्याशी मनोज कुमार सोनी की यही दिनचर्या है। आज-कल की नहीं, दो साल से वे इसी तरह की जिंदगी जी रहे हैं।
जागरण टीम ने 'एक दिन प्रत्याशी के साथ' बिताने के लिए मनोज सोनी के घर पहुंची तो समय था सुबह के 7.15 बजे का। प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ घर के बाहर मौजूद थे तथा जनसंपर्क के लिए जाने की तैयारी में थे। चाय की चुस्कियों के बीच कुछ बातें हुई। थोड़ी ही देर में वे मुरसान क्षेत्र में जनसंपर्क के लिए चल दिए। कार में वार्ता के दौरान बताया कि वे सुबह 5.30 बजे उठते हैं। सुबह 7 बजे तक तैयार हो जाते हैं चुनावी भाग-दौड़ के लिए। कभी रात 12 बजे तो कभी 2 बजे तक सो पाते हैं। काफिला मुरसान के गांव नगला मेवा पहुंचा। गांव का भ्रमण किया। बुजुर्गो का आशीर्वाद लेते हुए सोनी गांव सीतला व उदयभान में पहुंचे। यहां एक घर में रोटी और रायता का स्वाद चखा। गांव के एक बुजुर्ग के साथ मट्ठा पिया और गुड़ भी खाया। यहां से काफिला गांव भकरोई पहुंचा। जनसंपर्क के दौरान फोन पर ही सारा मैनेजमेंट जारी रहा।
दोपहर के बारह बजे वे घर पर लौटे। यहां लोगों से बातचीत की। थोड़ी देर आराम कर फिर इगलास के लिए रवाना हुए। यहां गोरई, श्यामगढ़ी, कैमावली, भेलपुर, बलीपुर, बिसावली, बिहारा आदि गांवों में भ्रमण किया। दोपहर दो बजे सासनी पहुंचकर गांव नगला अढ़ू व सासनी शहर में भ्रमण किया। शाम को सिकंदराराऊ में राज्य सभा सांसद मुनकाद अली की सभा में उपस्थित रहे। इसके बाद रात में हाथरस व मुरसान में मीटिंग की।