दफ्तरों पर ताले जड़कर भरी हुंकार
कार्यालय संवादताता, हाथरस : वेतन विसंगित व अन्य समस्याओं को लेकर राज्य, संविदा व मानदेय कर्मियों ने मंगलवार को सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया। कर्मचारियों ने दफ्तरों में तालाबंदी और कार्य बहिष्कार कर अपना विरोध जताया। कई विभागों ने बेमियादी हड़ताल को अपना नैतिक समर्थन दिया। कर्मचारियों की ठोस रणनीति के चलते पहले दिन की हड़ताल पूरी तरह सफल रही।
राज्य कर्मचारी अधिकार मंच के आह्वान पर सुबह चकबंदी, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई, एआरटीओ, वन, नलकूप, उद्यान, रोजगार सेवा योजना, खादी व ग्रामोद्योग, बिजली, सेल्स टैक्स समेत करीब 40 विभागों के कर्मचारी नेता विकास भवन में एकत्र हुए। इससे पहले विकास भवन के कर्मचारियों ने मुख्य एवं बाहरी द्वार पर ताला जड़ दिया।
बाइक रैली निकाली : विकास भवन में पूर्व तालाबंदी व कार्य बहिष्कार के बाद सभी विभागों के कर्मचारियों ने मोटरसाइकिल रैली निकाली। मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी कई गई।
सचल दस्तों का दबाव : कर्मचारी नेताओं की बनाई गई रणनीति काफी कारगर रही। मोटरसाइकिलों पर कर्मचारी सचल दस्तों के रूप में विभिन्न जनपदीय कार्यालयों में पहुंचे और वहां कार्य बंद करा दिया। दस्तों के पहुंचते ही कर्मचारी दफ्तरों में पहुंच गए।
तहसीलों में भी असर : कर्मचारियों की हड़ताल का जिला मुख्यालय ही नहीं तहसीलों पर भी असर देखने को मिला। कर्मचारी नेताओं का दावा है कि सातों विकास खंडों, वहां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों समेत सभी विभागों में पूर्णत: तालाबंदी रही।
तहसील में चला धरना : अधिकार मंच के आह्वान पर हड़ताल में शामिल लेखपाल व अमीन संघ के कर्मचारियों ने सदर तहसील में सुबह से ही धरना शुरू कर दिया। लेखपालों व अमीनों ने सरकार से कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण की मांग उठाई।
डिप्लोमा इंजीनियर्स बिफरे : उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ की अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के प्रांगण में बैठक हुई। इसमें बड़ी संख्या में घटक संघों से जुड़े कर्मचारी मौजूद रहे। वक्ताओं ने ग्रेड-पे 4800 रुपये, पुरानी पेंशन व्यवस्था, 30 लीटर पेट्रोल प्रतिमाह व तीन पदोन्नति वेतनमान पूर्व की भांति देने की मांग उठाई। महासंघ के अध्यक्ष बीएस शर्मा, सचिव सरदार सिंह, एमसी सारस्वत, विनोद कुमार, दाऊदयाल अग्रवाल, श्रीमती विनीत, सुरेश चन्द्र, डीपी सिंह, राजकुमार आदि मौजूद रहे। 13 नवंबर को विकास पहुंचने की घोषणा की गई।
विकास भवन में होगी सभा :
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि 13 नवंबर को सुबह 10 बजे विकास भवन में विशाल सभा होगी। इसमें आगे की रणनीति पर विचार होगा।
इसमें जिले के समस्त कर्मचारियों और मजदूरों से पहुंचने का आह्वान किया गया।
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इनसेट-
ताला देख लौटे अधिकारी
विकास भवन में सुबह से ही तालाबंदी कर दी गई। हालांकि, अफसरों को हड़ताल की जानकारी थी। मगर, उन्हें यह एहसास नहीं था कि हड़ताल का इतना असर देखने को मिलेगा। इससे जो अधिकारी कार्यालयों में बैठने की नीयत से विकास भवन पहुंचे, वे मुख्य व बाहरी द्वार पर ताला लटका देख लौट गए।
कोसते रहे फरियादी
कर्मचारियों की हड़ताल के चलते विकास भवन के विभिन्न कार्यालयों में पहुंचने वाले ग्रामीणों व अन्य लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। दूर-दराज से आए लोग कर्मचारियों को कोसते रहे। सासनी की 65 वर्षीय मुन्नी देवी अपने पेंशन की समस्या को लेकर पहुंची थी, सीमा विधवा पेंशन व राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना का लाभ न मिलने पर अफसरों से मिलने आई। विकास भवन में हड़ताल पर वे कर्मचारियों को कोसते हुए लौट गईं।
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हड़ताल से दूर रहा कलक्ट्रेट संघ
बेमियादी हड़ताल में जहां सभी विभागों के कर्मचारी शामिल रहे, वहीं कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ नैतिक समर्थन का हवाला देते हुए हड़ताल से पीछे रहा। संघ के अध्यक्ष राहुल चौधरी ने हड़ताली कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि प्रदेश स्तरीय संघ की मीटिंग चल रही है। जल्द ही संघ भी हड़ताल में शामिल हो जाएगा।
संविदा की आड़ में
करा रहे गुलामी
हाथरस : राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रामकुमार गोस्वामी ने कहा कि आम जनता व किसानों के पढ़े-लिखे बेटों को संविदा के नाम पर रोजगार सेवक, आशा कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री आदि बनाकर गुलाम बनाया जा रहा है।
मंगलवार को विकास भवन प्रांगण में आयोजित सभा में श्री गोस्वामी ने कहा कि नेता घोटाले पर घोटाले कर रहे हैं। रोजगार के स्थान पर लैपटाप बांटे जा रहे हैं। युवाओं को रोजगार चाहिए, संविदा पर नौकरी या बेरोजगारी भत्ता नहीं। वक्ताओं ने कहा कि आशा कर्मियों व रसोइयों को एक हजार रुपये प्रतिमाह व रोजगार सेवकों को 2500 रुपये व आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 3500 रुपये मानदेय दिया जा रहा है। इससे परिवार का गुजारा बेहद मुश्किल है। उन्होंने हड़ताल को शत-प्रतिशत सफल बताते हुए कर्मचारियों से इसी जोश से आंदोलन को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। अधिकार मंच के अध्यक्ष केके गौतम, फैडरेशन अध्यक्ष टीकाराम पाल, परिषद महामंत्री सुनहरी लाल गौतम, महासंघ महामंत्री विनोद सिंह, वरिष्ठ नेता रामकिशन शर्मा, इन्द्र मोहन गौड़, मौ. युनूस, डा. जितेन्द्र शर्मा, बेसिक हेल्थ वर्कर के अध्यक्ष जयवेन्द्र सिंह, महामंत्री रामेश्वर वाष्र्णेय, अमीन संघ अध्यक्ष योगेन्द्र गौतम, जिला मंत्री सुरेश चन्द्र निगम, पंकज जैन, शीतल सिंह, लेखपाल संघ के अध्यक्ष महेश शर्मा, जिला मंत्री यासीन खां, तहसील मंत्री विजय शर्मा, डा. जितेन्द्र शर्मा, वारिस अंसारी, संजीव सारस्वत, हरीश शर्मा, रेशमपाल सिंह, धनीराम, गिरीश, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रमेश चन्द्र, महामंत्री बनवारीलाल, अहबर सिंह, प्रभाकर शर्मा आदि मौजूद रहे।
हड़ताल सफल : सहपऊ खंड विकास कार्यालय में सुबह ग्राम विकास संगठन की बैठक हुई। इसमें संगठन के अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश वर्मा ने बेमियादी कलमबंद हड़ताल पर रहने की घोषणा की। बैठक में राहुल कौशल, शिशुपाल सिंह, हरप्रसाद गोला, महावीर सिंह, नरेश कुमार, संतोष, ओमप्रकाश आदि मौजूद रहे।
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