ड्रेस की खराब गुणवत्ता पर दर्ज होगी एफआइआर
जागरण संवाददाता, हरदोई : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की ड्रेस वितरण में गुणवत्ता पर जिलाधिकारी ने
जागरण संवाददाता, हरदोई : परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की ड्रेस वितरण में गुणवत्ता पर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। गुरुवार को ड्रेस वितरण की बैठक में जिलाधिकारी ने साफ कहा कि गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए। खंड शिक्षा अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी और अगर गुणवत्ता में खेल हुआ तो विद्यालय प्रबंध समिति के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और संबंधित को जेल भेजा जाएगा।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने खंड शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि राजकीय परिषदीय विद्यालय, जूनियर हाईस्कूलों, मदरसों आदि में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को वितरण की जाने वाली ड्रेस की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसमें किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए। निर्धारित मानक का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शासन द्वारा निर्धारित ड्रेस वितरण कार्यक्रम एक जुलाई से 15 जुलाई के मध्य तक का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। डीएम ने कहा कि गुणवत्ता की क्रास चे¨कग राजस्व विभाग से कराई जाएगी। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने कानूनगो एवं लेखपालों के माध्यम से विद्यालयों में एक से 15 जुलाई के मध्य वितरित की जाने वाली ड्रेस की गुणवत्ता की क्रास चे¨कग कराना सुनिश्चित करें। क्रास चे¨कग में जिस विद्यालय की ड्रेस गुणवत्ता विहीन पाई जाए तो विद्यालय प्रबंध समिति सहित संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाए। समयबद्ध वर्दी वितरण कार्यक्रम के लिए डीएम ने बीएसए को निर्देशित किया कि वर्दी वितरण कार्य योजना दो दिन में तैयार कर ली जाए। आवश्यक बैठकें व प्रशिक्षण एक सप्ताह के अंदर सुनिश्चित की जाए, ताकि समयांतर्गत छात्र-छात्राओं को वर्दी मुहैया करायी जा सके। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसीहुज्जमा सिद्धिकी ने बताया कि स्कूल ड्रेस कलर को शासन द्वारा परिवर्तित कर दिया गया है। अब शर्ट-ब्लाउज सफेद लाल चेक में होगा। वहीं पैंट-स्कर्ट ब्लैक ब्राउन कलर का होगा। उन्होंने बताया कि सभी राजकीय परिषदीय, जूनियर हाईस्कूल, मदरसा आदि विद्यालयों की संख्या 4016 है, जिनके छात्र-छात्राओं को एक से 15 जुलाई के मध्य स्कूल ड्रेस का वितरण किया जाना है। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है, ताकि समयांतर्गत स्कूल ड्रेस का वितरण छात्र-छात्राओं में किया जा सके।