ढाई साल में दोगुनी हो गई खाने की कीमत
जागरण संवाददाता, हरदोई : महंगाई का चुनाव पर भी असर दिख रहा है। वैसे तो हर चीज और संसाधन पर महंगाई बढ
जागरण संवाददाता, हरदोई : महंगाई का चुनाव पर भी असर दिख रहा है। वैसे तो हर चीज और संसाधन पर महंगाई बढ़ी है, लेकिन खान-पान की वस्तुओं पर विशेष प्रभाव पड़ा है। निर्वाचन आयोग के फरमान पर प्रत्याशियों के खर्चे की निर्धारित की गई मूल्य सूची में देखें तो 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के सापेक्ष विधानसभा 2017 के चुनाव में चाय और समोसा दो रुपये महंगा हुआ, लेकिन आम आदमी का खाना दोगुना महंगा हो गया तो वीआईपी खाने की कीमत 70 रुपये बढ़ गई।
प्रत्याशियों के खर्चे में खान-पान की वस्तुओं को भी शामिल किया जाता है। जिसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से गठित व्यय समिति मूल्य निर्धारित करती है। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव से विधानसभा चुनाव के लिए निर्धारित कीमतों को देखें तो पूर्व में चाय और समोसा तीन-तीन रुपये था, जो कि अब पांच रुपये कर दिया गया है। इसी तरह साधारण आदमी के खाने की कीमत दोगुनी बढ़ गई है। लोकसभा चुनाव में 30 रुपये की खुराक थी तो अब इसे 70 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह वीआईपी लंच लोकसभा चुनाव में 110 रुपये का था, जो कि अब 180 रुपये कर दिया गया है। होटल के किराए पर भी महंगाई का काफी असर हुआ है। लोकसभा चुनाव में जो नान एसी होटल 550 रुपये का था उसे अब 800 रुपये कर दिया गया है। वहीं एसी होटल का किराया 850 रुपये से बढ़ा कर 1500 रुपये कर दिया गया है।